West Bengal: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने कांग्रेस में की वापसी, बोले- TMC में जाना एक गैर राजनीतिक फैसला था
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी तृणमूल कांग्रेस में चार साल तक रहने के बाद बुधवार को फिर से कांग्रेस में शामिल हो गये।
![]() |
पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने 2026 के विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने के संकेत दिए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में पार्टी इस रणनीति पर काम कर रही है, लेकिन इसी बीच टीएमसी को एक बड़ा झटका लगा है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने तृणमूल कांग्रेस छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।
पूर्व लोकसभा सदस्य अभिजीत मुखर्जी को यहां कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पश्चिम बंगाल के पार्टी मामलों के प्रभारी महासचिव एवं जम्मू कश्मीर के विधायक गुलाम अहमद मीर की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता दिलाई गई।
कांग्रेस के राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व द्वारा पार्टी का झंडा सौंपे जाने के बाद मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस और राजनीति में यह मेरा दूसरा जन्मदिन है।’’
अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि उन्होंने पिछले साल जून में कांग्रेस में पुनः शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी, लेकिन विभिन्न राज्यों में चुनावों के कारण यह अब हो सका है।
जुलाई 2021 में तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के चार साल बाद वह कांग्रेस में लौट आए हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने कहा कि यह पश्चिम बंगाल के लोगों के वास्ते लड़ने के लिए पार्टी की प्रदेश इकाई का एक बड़ा कदम है।
अभिजीत मुखर्जी ने 2012 में कांग्रेस के टिकट पर जंगीपुर लोकसभा उपचुनाव जीता था, जब उनके पिता प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे। प्रणब मुखर्जी इससे पहले कांग्रेस के मंत्री के रूप में केंद्र सरकार में कई प्रमुख मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली थी।
अभिजीत मुखर्जी ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में इसी निर्वाचन क्षेत्र से 2014 का लोकसभा चुनाव भी जीता था।
| Tweet![]() |