आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) ने हाल ही में बांग्लादेश में हो रही हिंसा को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने बांग्लादेश में हो रहे हमलों को इंसानियत और सनातन धर्म पर हमला करार दिया और इसके खिलाफ दुनिया भर से एकजुट होकर सर्जिकल स्ट्राइक की मांग की।
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आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि यह कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं, बल्कि आतंकवाद, दहशतगर्दी और जुल्म का मामला है। जैसे भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की थी, उसी तरह पूरी दुनिया को बांग्लादेश में हो रही हिंसा के खिलाफ भी सर्जिकल स्ट्राइक करनी चाहिए। यदि बांग्लादेश की सरकार इस हिंसा को रोकने में असफल रहती है, तो सर्जिकल स्ट्राइक की जानी चाहिए।
उन्होंने हाल ही में इल्तिजा मुफ्ती के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। इल्तिजा मुफ्ती ने हिंदुत्व को एक बीमारी बताया था, इस पर उन्होंने कहा कि इल्तिजा मुफ़्ती को यह समझना चाहिए कि उनके पूर्वज भी हिंदू थे। सनातन धर्म को गाली देना हिंदुओं को गाली देना है, और यह उनके अपने पूर्वजों का अपमान करना है। आचार्य ने इल्तिजा मुफ्ती से अपील की कि वह 200 साल पुराना इतिहास पढ़ें और सनातन धर्म को अपमानित करने की बजाय एक अच्छी नेता बनने का प्रयास करें।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर फारूक अब्दुल्ला के बयान पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसी हिंदू या मुस्लिम का घर नहीं तोड़ा गया। अपराधियों के घर तोड़े गए थे और सनातन धर्म किसी भी मस्जिद को तोड़ने की अनुमति नहीं देता। उनका कहना था कि सनातन धर्म किसी भी धर्म या समुदाय के खिलाफ हिंसा या अपमान की अनुमति नहीं देता, और फारूक अब्दुल्ला को यह गलत आरोप नहीं लगाना चाहिए।
'इंडिया' ब्लॉक में फूट पर उन्होंने महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी (सपा) के बीजेपी के साथ कथित संबंधों को लेकर आदित्य ठाकरे के बयान का जिक्र किया, जिसमें आदित्य ठाकरे ने कहा था कि सपा कभी-कभी बीजेपी की 'बी' टीम की तरह व्यवहार करती है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि आदित्य ठाकरे उद्धव ठाकरे के बेटे हैं और अगर वह यह कहते हैं कि अखिलेश यादव बीजेपी की 'बी' टीम हैं, तो यह एक बड़ा आरोप है। उन्होंने कहा कि इस सवाल का जवाब अखिलेश यादव को ही देना चाहिए। मुझे तो अभी तक यही पता था कि अखिलेश यादव बीजेपी से लड़ रहे हैं।
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