उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को आठवें दीपोत्सव के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या एक नया इतिहास रच रहा है। यह वर्ष अयोध्या के लिए अद्भुत, अनुपम, अलौकिक है, जब इस वर्ष 500 वर्षों का इंतजार समाप्त करके एक बार फिर रामलला अपने धाम में विराजमान होकर दुनिया के सभी पीड़ितों को ये संदेश दे गए कि कभी भी अपने पथ से विचलित नहीं होना चाहिए।
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या एक नया इतिहास रच रहा है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरी दुनिया ने हमारी संस्कृति को जाना है। सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है, जिसने सभी को अपने सीने से लगाया। यह धर्म किसी से नफरत नहीं करता है।
उन्होंने कहा कि आज हमारे पास यह अवसर है, उन सभी आत्माओं को स्मरण करने का, जिनका पूरा जीवन राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए समर्पित था। मैं इस अवसर पर उन सभी पूज्य संतों को नमन करता हूं, जो 3.5 लाख की संख्या में अपनी शहादत देकर एक ही तमन्ना के साथ इस धरा से अलविदा हो गए कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए। उनका संकल्प पूरा हुआ। रामलला के विराजमान होने के बाद ये दीपोत्सव का पहला अवसर है। इससे पहले हम लोग बोलते थे और जो हमने कहा वो करके भी दिखाया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जिस तरह की भव्यता आज अयोध्या में है, वैसी ही भव्यता काशी और मथुरा में हो। देश की हर धार्मिक नगरी में उत्सव जैसा माहौल हो। हम भेदभाव नहीं करते। हम भाषा, जाति और मजहब के नाम पर भेदभाव नहीं करते। राजा राम के गद्दी पर बैठने के बाद जो हुआ था, वही कर रहे हैं। आज उसी तर्ज पर श्रेष्ठ भारत जन्मा है।
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां पहले राम के नाम पर प्रश्न खड़ा करती थी। अब पूरी दुनिया राम को मान रही है।
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