दीपोत्सव में भाग लेने अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजा राम और लक्ष्मण को लेकर मंच की तरफ बढ़े। इसके पहले उनका तिलक और आरती की गई। पुष्पक विमान से उतरकर भगवान श्रीराम, लक्ष्मण व सीताजी राम दरबार तक आने के लिए रथ पर सवार हुए तो इस रथ को स्वयं मुख्यमंत्री योगी ने खींचा।
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इसके बाद सहयोग के लिए उनके मंत्रीगण सूर्यप्रताप शाही व उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी साथ आ गए।
भगवान राम के स्वागत में जगह-जगह कलाकार नृत्य कर रहे हैं। रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियां सड़कों पर निकाली जा रही है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला दीपोत्सव है। राम मंदिर में खास रंगोली बनाई गई, जिसमें रंग नहीं, बल्कि फूलों का इस्तेमाल हुआ है। तोरण द्वार बने हैं।
शोभायात्रा में साकेत महाविद्यालय के छात्रों ने पुत्रेष्टि यज्ञ से लेकर श्रीराम के राजतिलक तक के विभिन्न प्रसंगों को बड़े ही सुंदर ढंग से झांकियों के रूप में प्रस्तुत किया। इन झांकियों में न केवल श्रीराम के जीवन के महत्वपूर्ण अध्यायों का दर्शन कराया जा रहा है, बल्कि इनमें शामिल कलाकारों के अभिनय ने दृश्य को और भी जीवंत बना दिया है।
पर्यटन विभाग द्वारा सजाई गई झांकियों में तुलसीदास रचित रामचरितमानस के सात अध्यायों, बालकांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड और उत्तर कांड, पर आधारित सुंदर दृश्य प्रस्तुत किए गए हैं, जो श्रद्धालुओं को रामायण के विभिन्न प्रसंगों का सार समझाने में सहायक हैं।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आज अयोध्या में 500 सालों की तपस्या को पूरा करते हुए भव्य राम मंदिर के निर्माण और लोकार्पण के बाद भव्य दीपोत्सव का यह पहला कार्यक्रम है। 500 वर्षों बाद बालक राम के भव्य मंदिर में विराजने के बाद से अयोध्यावासी खुशी से सराबोर हैं। नव्य मंदिर में उनकी पहली दीपावली पर 25 लाख दीपकों को एक साथ जलाने का कीर्तिमान बनेगा।
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