Bahraich Violence: आगजनी... तोड़फोड़... बहराइच में तनाव बरकरार, प्रियंका गांधी बोलीं- हिंसा फैलाने वालों के विरुद्ध हो सख्त कार्रवाई

Last Updated 14 Oct 2024 03:19:23 PM IST

बहराइच में रविवार को हुई हिंसा के बाद सोमवार को तनाव की स्थिति है और लाठियां और लोहे की छड़ें लिए कुछ लोग सड़कों पर घूमते दिखे। कुछ दुकानों और वाहनों में आग भी लगाई गई।


एक दिन पहले यहां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा में 22 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।

पुलिस ने रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के गुजरने के दौरान मंसूर गांव के महाराजगंज इलाके में भड़की अशांति के सिलसिले में एक व्यक्ति पर मामला दर्ज किया है और करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। पथराव और गोलीबारी में करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए।

हिंसा के विरोध में कई जगहों पर प्रदर्शन हुए और पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए गए।

पुलिस बलों ने इलाके में फ्लैग मार्च किया।

कुछ दुकानों, घरों और वाहनों में आग लगने से आसमान में काला धुआं उठ रहा था।

अधिकारियों ने बताया कि गृह सचिव संजीव गुप्ता और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंच गए हैं।

बहराइच की पुलिस अधीक्षक (SP) वृंदा शुक्ला ने पीटीआई वीडियो को बताया, ‘‘स्थिति सामान्य करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और असामाजिक तत्वों को खदेड़ा जा रहा है।’’

हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश की शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोई भी साजिश सफल नहीं होगी। दंगाइयों को संरक्षण देने वाले एक बार फिर सक्रिय हो रहे हैं, लेकिन हमें सतर्क और सजग रहना होगा।’’

उन्होंने हिंदी में किए गए अपने पोस्ट में कहा ‘‘प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के साथ छेड़छाड़ नहीं होने दी जाएगी।’’

मौर्य ने कहा कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी और पीड़ितों को पूरा न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी नागरिकों से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील करता हूं।’’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के बहराइच में हिंसा के बीच प्रशासन का ‘निष्क्रिय’ होना ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ है तथा उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की।

प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “बहराइच, उत्तर प्रदेश में हो रही हिंसा और प्रशासन के निष्क्रिय होने की खबरें अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण हैं।”

उन्होंने कहा, “मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री जी एवं राज्य प्रशासन से अपील करती हूं कि त्वरित ‘एक्शन’ (कार्रवाई) लेते हुए, जनता को विश्वास में लें और हिंसा रोकें। दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो”

कांग्रेस महासचिव ने कहा, “जनता से मेरी करबद्ध अपील है कि कृपया कानून अपने हाथ में न लें और शांति बनाए रखें।”


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा की निंदा की और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने पर्याप्त इंतजाम कर समय पर प्रतिमा विसर्जन कराने तथा धार्मिक संगठनों से संवाद करने के निर्देश प्रशासन को निर्देश दिये।

इससे पहले, दिन में शुक्ला ने कहा कि 25 से 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है और प्रभावित इलाकों में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

शुक्ला ने कहा, ‘‘सभी अराजक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’

एसपी ने बताया कि सलमान नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक, उसके घर से गोलियां चलाई गईं। घर पर ही वह एक दुकान चलाता है।

उन्होंने कहा कि घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।

बहराइच की जिला मजिस्ट्रेट मोनिका रानी ने बताया कि मूर्ति विसर्जन के दौरान विवाद हुआ था। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को गोली लगने के बाद स्थिति बिगड़ गई और घटना को देखते हुए कई जगहों पर मूर्ति विसर्जन रोक दिया गया।

महसी से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘हम मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं। चार महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। मृतक के परिवार के सदस्यों की मांग है कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। एसएचओ और पुलिस चौकी के प्रभारी को निलंबित किया जाना चाहिए।’’

बता दें कि यह घटना उस समय हुई जब विसर्जन के लिए देवी दुर्गा की मूर्ति लेकर मंसूर गांव के महाराजगंज बाजार से एक जुलूस गुजर रहा था। जुलूस में शामिल रेहुआ मंसूर गांव के निवासी राम गोपाल मिश्रा (22) को गोली लग गई। मिश्रा के एक परिजन ने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। फखरपुर कस्बे और कुछ अन्य स्थानों पर इसी तरह के प्रस्तावित जुलूस रद्द कर दिए गए।


 
 

भाषा
नई दिल्ली


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