महापंचायत : किसानों ने भरी हुंकार
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में हुंकार भरते हुए कहा कि अब सिर्फ मिशन यूपी ही नहीं, हमें पूरे देश को बचाना है। अब पूरे देश में बड़े आंदोलन चलाने होंगे। उन्होंने ऐलान किया कि किसानों के ही नहीं अब अन्य मुद्दों को भी उठाना है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत |
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह देश का आंदोलन है जो सफलता तक अनवरत जारी रहेगा। यह देश बचेगा तो संविधान बचेगा। किसान महापंचायत में 27 सितम्बर को ‘भारत बंद’ का ऐलान भी किया गया। संयुक्त किसान मोर्चा ने पहले 25 सितम्बर को भारत बंद की घोषणा की थी लेकिन रविवार को मुजफ्फरनगर की महापंचायत में कहा गया कि अब ‘भारत बंद’ 27 सितम्बर को होगा। किसान मोर्चा ने कहा है कि ‘भारत बंद’ के दौरान देश में सब कुछ बंद रहेगा। टिकैत ने प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता बाहरी लोगों को अब बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि 2022 में किसानों की आय दोगुनी होगी और पहली जनवरी से हम दोगुनी रेट पर फसल बेचेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रविवार को यहां जीआईसी मैदान पर आयोजित विशाल किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा कि ‘सेल फार इंडिया’ का बोर्ड देश में लग चुका है और जो देश बेच रहे हैं उनकी पहचान करनी पड़ेगी और बड़े-बड़े आंदोलन चलाने पड़ेंगे। आज संयुक्त किसान मोर्चा ने जो फैसले लिए हैं उसके तहत हमें पूरे देश में बड़ी-बड़ी सभाएं करनी पड़ेंगी। जब तक केन्द्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी किसान आंदोलन जारी रहेगा। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता धम्रेंद्र मलिक के अनुसार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे विभिन्न राज्यों के 300 किसान संगठनों के किसान कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। टिकैत ने कहा कि बड़े-बड़े लोग बैंकों का हजारों करोड़ रुपया लेकर भाग जाते हैं, उनका कोई कुछ नहीं कर पाता। किसान को उसकी जमीन का वाजिब दाम नहीं मिल पा रहा है। हमारी सरकार से मांग है कि गन्ने का भाव 450 रुपए कुंतल किया जाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की आवाज दबाना चाहती है। सांसद, विधायक अपनी पेंशन व सरकारी कर्मचारियों की तनख्वाह, पेंशन बढ़ाई जा रही है जबकि किसान आर्थिक संकट से जूझ रहा है। सरकार की नीतियों के कारण लाखों-करोड़ो युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। एमएसपी कानून लागू होना चाहिए। व्यापारी को सरकार उसके माल का वाजिब दाम दे रही है जबकि किसान को धान व अन्य फसल का सही मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है।
धोखे पर धोखा : टिकैत ने कहा, जिस तरह एक-एक चीज बेची जा रही है, तीनों कृषि कानून उसी का एक हिस्सा हैं। उन्होंने भाजपा की सरकार पर देश की जनता को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा, इनका धोखा नंबर एक है कि यहां पर रेल, हवाई जहाज और हवाई अड्डे बेचे जाएंगे। सेल फार इंडिया का बोर्ड देश में लग चुका है।
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