भारतीय जनता पार्टी ने पंचायत चुनाव में उन्नाव जिले की सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है।
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सजायाफ्ता पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को भी भाजपा ने चुनाव मैदान में उतारा है। उन्हें टिकट दिए जाने की घोषणा के बाद समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधा है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ आषुतोष वर्मा ने कहा, "भाजपा पिछले रास्ते से अपराधियों को बढ़ावा देना चाहती है। सेंगर की पत्नी पहले भी जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं है। उन पर एक्शन लेने के बजाय उन्हें टिकट देकर प्रोत्साहित किया गया है। भाजपा महिलाओं का सम्मान नहीं करती है। बल्कि वह जातिवादी को बढ़ावा दे रही है। कुलदीप सेंगर का इतिहास देखें तो पता चलेगा कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। यह पूरी तरह से मैनेंजमेंट की सरकार है।"
सजायाफ्ता पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को फतेहपुर चैरासी तृतीय से भाजपा ने जिला पंचायत की टिकट दी है। 2016 के पंचायत चुनावों में संगीता मियागंज तृतीय सीट से निर्वाचित हुई थीं। लेकिन इस बार सीट आरक्षित होने कारण उन्हें दूसरी जगह से चुनाव लड़ना पड़ रहा है। 2016 के चुनाव में खींचतान के बीच लॉटरी सिस्टम से संगीत विजयी हुईं थीं।
गौरतलब हो कि कुलदीप सिंह सेंगर उन्नाव की बांगरमऊ से भाजपा के टिकट पर विधायक रह चुके हैं। साल 2017 में उन्नाव के चर्चित दुष्कर्म कांड में कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन्हें अगस्त 2019 में भाजपा ने पार्टी से बाहर कर दिया था और फिर बाद में उनकी विधान सभा की सदस्यता भी समाप्त कर दी गई थी। पिछले साल कोर्ट ने कुलदीप सिंह सेंगर को दुष्कर्म और अपहरण के मामले में दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई थी।
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