गाजियाबाद प्रशासन को गाजीपुर विरोध स्थल खाली कराने का आदेश मिला
उत्तर प्रदेश सरकार ने जिला प्रशासन को आदेश दिया है कि दिल्ली के साथ लगती राज्य की सीमाओं पर सभी किसान विरोध स्थल खाली करवाए जाएं। राष्ट्रीय राजधानी के कई स्थानों पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर 'किसान गणतंत्र परेड' के दौरान भड़की हिंसा के दो दिन बाद ये आदेश आए हैं।
दिल्ली-उत्तर प्रदेश गाजीपुर सीमा पर किसान |
दिल्ली-उत्तर प्रदेश गाजीपुर सीमा पर किसान पिछले साल 26 नवंबर से तीन कृषि कानूनों के विरोध में बैठे थे। किसानों की प्रमुख मांग है कि तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए और उनकी उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित जाए।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस तरह के आदेश मिलने के सवाल पर आईएएनएस से कहा, "हां, हमें सरकार से राज्य की सीमाओं पर सभी किसानों के विरोध स्थल को खाली कराने का आदेश मिला है।"
इससे पहले, दिन में गाजीपुर विरोध स्थल पर उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस के अलावा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और रैपिड एक्शन फोर्स से सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती की गई थी।
किसानों ने पिछले साल 26 नवंबर से दिल्ली-मेरठ राजमार्ग को एक तरफ से अवरुद्ध किया हुआ है।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत, जिन्हें गणतंत्र दिवस की हिंसा के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर में नामजद किया है, उन्होंने पिछले दो दिनों से भूमिगत होने के बाद गुरुवार को गाजीपुर सीमा पर उपस्थिति दर्ज कराई।
टिकैत को पकड़ने के लिए गाजियाबाद पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम भी गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंची हुई है।
| Tweet |