अयोध्या में शुरू हुआ राम मंदिर निर्माण, पत्थरों को जोड़ेंगी तांबे की पत्तियां
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। यहां राजधानी में गुरुवार को राम मंदिर भवन निर्माण समिति की अहम बैठक में समय से मंदिर निर्माण की योजना बनी।
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू |
नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में राम मंदिर निर्माण में तकनीकी मदद दे रहे आईआईटी चेन्नई और सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई) रूड़की के इंजीनियर्स और अन्य प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, मंदिर की आयु कम से कम एक हजार साल होगी। राजधानी में नेहरू मेमोरियल में हुई इस बैठक में वास्तुशास्त्रियों ने भी हिस्सा लिया। तय हुआ कि मंदिर निर्माण की कड़ी मॉनीटरिंग होगी। इसके लिए नियमित रूप से भवन निर्माण समिति की बैठक होगी। लार्सन टुब्रो नामक कंपनी श्री राम जन्मभूमि मन्दिर के निर्माण के लिए सीबीआरआई रुड़की और आईआईटी चेन्नई की मदद ले रही है। मिट्टी की मजबूती जांचने के लिए नमूनों का इंजीनियर परीक्षण कर रहे हैं। 36 से 40 महीने में निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, राम मंदिर निर्माण में लगने वाले पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे की पत्तियों का उपयोग किया जाएगा। निर्माण कार्य के लिए 18 इंच लंबी, 3 एमएम गहरी और 30 एमएम चौड़ी 10,000 पत्तियों की आवश्यकता पड़ेगी। ट्रस्ट ने लोगों से तांबे की पत्तियां दान करने की भी अपील की है।
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