मुख्तार का करीबी शूटर राकेश पांडेय मुठभेड़ में ढेर

Last Updated 10 Aug 2020 02:48:10 AM IST

माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी शूटर व भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के आरोपित रहे राकेश पांडेय उर्फ हनुमान पांडेय को यूपी एसटीएफ ने रविवार तड़के राजधानी के सरोजनीनगर इलाके में हुई मुठभेड़ में मार गिराया।




मुख्तार का करीबी शूटर राकेश पांडेय मुठभेड़ में ढेर

राकेश पर वर्ष 2010 तक दस मुकदमे दर्ज थे। हाल ही में उस पर मऊ और प्रयागराज में मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें वांछित होने पर उस पर Rs50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। एनकाउंटर के दौरान उसके चार साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार होने में कामयाब हो गये। एसटीएफ ने उसके पास से नाइन एमएम की पिस्टल, 30 बोर की पिस्टल, कारतूस बरामद किए है। राकेश माफिया मुन्ना बजरंगी का भी बेहद करीबी माना जाता था।
आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि मऊ निवासी अपराधी राकेश पांडेय उर्फ हनुमान अपने गैंग के सदस्यों के साथ किसी घटना को अंजाम देने के लिए हथियारों को इकट्ठा कर रहा है और शनिवार को राजधानी के गुडम्बा थाना क्षेत्र में देखा गया है। सूचना पर एसटीएफ की टीम को गुडम्बा भेजने पर पता चला कि राकेश साथियों के साथ कानपुर रोड की तरफ जा रहा है।

इसके बाद एसटीएफ की दो टीमें मुखबिर द्वारा बताई गयी गाड़ी का पीछा करने लगीं। चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट के आगे तड़के करीब 4.20 बजे एक इनोवा गाड़ी दिखायी दी, जिसमें राकेश साथियों के साथ मौजूद था। इस पर एसटीएफ द्वारा गाड़ी रोकने की कोशिश की गयी, तो पुलिस पार्टी पर फायरिंग होने लगी। इसी बीच इनोवा पेड़ से टकरा गयी और बदमाश फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश करने लगे। जवाब में एसटीएफ ने भी फायरिंग की। बदमाशों की तरफ से फायरिंग बंद होने पर पास जाकर देखा गया, तो एक बदमाश घायल पड़ा मिला, जिसे तत्काल सीएचसी सरोजनीनगर भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी। मृत बदमाश की शिनाख्त राकेश पांडेय उर्फ हनुमान पांडेय के रूप में हुई।

कृष्णानंद राय हत्याकांड में शामिल था : एसटीएफ के मुताबिक नवंबर, 2005 में गाजीपुर के मोहम्मदाबाद से भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या कर दी गई थी। एके-47 से लैस आधा दर्जन बदमाशों ने विधायक के काफिले को घेरकर 400 राउंड से भी अधिक गोलियां बरसाई थीं, जिसमें कृष्णानंद राय सहित सात लोगों की मृत्यु हो गई थी। एसटीएफ का दावा है कि इस घटना में मुख्तार अंसारी व माफिया मुन्ना बजरंगी गैंग का शार्प शूटर हनुमान पांडेय भी शामिल था। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद राकेश पांडेय गैंग का मुख्य शूटर बन गया था। वह ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह उर्फ मन्ना सिंह हत्याकांड में भी मुख्तार अंसारी के साथ सह आरोपित था। राजधानी सहित अन्य जनपदों में हत्या जैसे संगीन अपराधों में इसका नाम शामिल था। पूर्व में यह सुलतानपुर जेल में निरुद्ध था और जमानत पर बाहर आया था। यह मुख्तार अंसारी का विश्वासपात्र था और मऊ के ठेके-पट्टों के साथ-साथ अपराधों का भी मैनेजमेंट करता था।

परिजनों ने एसटीएफ पर लगाया आरोप :राकेश पांडेय के परिजनों ने एसटीएफ के एनकाउंटर पर सवाल उठाया है। राकेश के पिता बालदत्त पांडेय सैन्यकर्मी रह चुके हैं। उनका आरोप है कि राकेश केजीएमयू में भर्ती अपनी मां का इलाज कराने लखनऊ आया था। एसटीएफ की टीम ने उसे रात तीन बजे के करीब घर से हिरासत में लिया और कानपुर रोड पर ले जाकर एनकाउंटर कर दिया। उन्होंने कहा कि राकेश का बीते दस साल से अपराध से कोई नाता नहीं था। कृष्णानंद राय हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था।

सहारा न्यूज ब्यूरो
लखनऊ


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