Jan Sangharsh Yatra: भ्रष्टाचार के मुद्दे पर 'जन संघर्ष यात्रा' पर निकले सचिन पायलट, अपनी ही सरकार पर किया हमला
राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बढ़ाते हुए पार्टी नेता सचिन पायलट ने अपनी 'जन संघर्ष पदयात्रा' बृहस्पतिवार दोपहर को अजमेर से शुरू की।
'जन संघर्ष यात्रा' पर निकले सचिन पायलट |
पायलट की अजमेर से पांच दिवसीय पदयात्रा पेपर लीक और भ्रष्टाचार के मुद्दों को उजागर करने के लिए निकाली जा रही है, जो युवाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहे हैं।
उन्होंने अपनी इस पांच दिन की यात्रा को 'भ्रष्टाचार के विरोध में' बताया और कहा कि 'अपनी आवाज उठाने, आपकी आवाज सुनने और जनता की आवाज बनने के लिए' यह यात्रा निकाली जा रही है।
पायलट गुरुवार सुबह ट्रेन से अजमेर पहुंचे। जयपुर रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि यह जन संघर्ष यात्रा लोगों के बीच जाकर उन्हें सुनने की यात्रा है। यात्रा के पोस्टरों ने विशेष ध्यान आकर्षित किया। पोस्टरों से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा गायब थे, लेकिन केवल सोनिया गांधी की फोटो थी।
यात्रा शुरू करने से पहले पायलट ने अजमेर में जयपुर रोड पर अशोक उद्यान के पास एक सभा की। इसमें उन्होंने कहा कि यात्रा किसी (व्यक्ति विशेष) के विरोध में नहीं बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ है। पायलट ने कहा,‘‘अपनी आवाज उठाने के लिए, आपकी आवाज सुनने के लिए, जनता की आवाज बनने के लिए हम लोगों ने यह यात्रा निकाली है।'’
मैंने हमेशा लोगों के साथ उनकी सोच के साथ खुद को जोड़ने की कोशिश की है। ये यात्रा हम निकाल रहे हैं ताकि युवाओं के उद्देश्य उनकी उम्मीद को हम पूरा कर सकें: 'जन संघर्ष यात्रा' पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट, अजमेर pic.twitter.com/JMit9jGRGK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2023
उन्होंने कहा,'‘जन संघर्ष यात्रा किसी के विरोध में नहीं है। जन संघर्ष यात्रा भ्रष्टाचार के विरोध में है। जन संघर्ष यात्रा नौजवानों के संरक्षण के लिए है। हमारे बच्चे बच्चियां पढ़ लिखकर उन पदों पर बैठें जहां से सब नीतियां बनती है।'’
यह यात्रा अजमेर से शुरू होकर जयपुर की ओर आएगी और लगभग 125 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। पहले दिन रात्रि विश्राम किशनगढ़ के तोलामल गांव में होगा। पायलट ने यहां मंगलवार को इस यात्रा की घोषणा करते हुए कहा था कि वह भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते रहेंगे और 11 मई से अजमेर से जयपुर के बीच जन संघर्ष पदयात्रा निकालेंगे। पायलट के अनुसार इस घोषणा के बाद लोगों ने उनसे कहा कि आप इतनी कड़ी गर्मी में पदयात्रा करना चाहते हैं तो मैंने कहा,'‘राजनीति आग का दरिया है जिसे तैर कर पार करना पड़ेगा।'’
अपने दिवंगत पिता राजेश पायलट व मां रमा पायलट के राजनीतिक जीवन का जिक्र करते हुए पायलट ने कहा,'‘हमारी निष्ठा पर, हमारी ईमानदारी पर हमारे विरोधी भी उंगली नहीं उठा सकते।'’
इसके साथ ही पायलट ने पेपर लीक प्रकरण व वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई नहीं किए जाने का मुद्दा उठाया। पायलट ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई को लेकर 11 अप्रैल को यहां एक दिन का अनशन भी किया था।
राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। पायलट व मुख्यमंत्री गहलोत के बीच 2018 के आखिर में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के समय से ही 'नेतृत्व' को लेकर खींचतान चली आ रही है।
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