बदलते वैश्विक परिदृश्य ने देशों के बीच तेजी से बदले समीकरण : राजनाथ
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि अफगानिस्तान के घटनाक्रम सहित बदलते वैश्विक परि²श्य ने देशों के बीच समीकरणों को उनके हितों के अनुसार तेजी से बदल दिया है। मंत्री ने कहा कि दुनिया में हर जगह अनिश्चितता फैल गई है।
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह |
मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल एमआरएसएएम को भारतीय वायु सेना में शामिल करने के अवसर पर बोलते हुए, मंत्री ने कहा, चाहे वह दक्षिण चीन सागर, हिंद महासागर क्षेत्र, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र या मध्य एशिया हो, हम हर जगह अनिश्चितता देख सकते हैं। अफगानिस्तान में मौजूदा घटनाक्रम एक ऐसा उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक परि²श्य बहुत तेजी से और अप्रत्याशित तरीके से बदल रहा है और बदलती भू-राजनीति व्यापार, अर्थव्यवस्था के साथ-साथ वर्तमान सुरक्षा परि²श्य को भी प्रभावित कर रही है।
सिंह ने जोर देकर कहा, ऐसी स्थिति में हमारी सुरक्षा की ताकत और हमारी आत्मनिर्भरता कोई उपलब्धि नहीं, बल्कि एक आवश्यकता है।
आत्मनिर्भर भारत अभियान के बारे में बात करते हुए, मंत्री ने कहा कि दुनिया में नंबर एक रक्षा आयातक के रूप में टैग किए जाने से, भारत आज विदेशों में रक्षा प्रणालियों और उप-प्रणालियों की आपूर्ति कर रहा है और यह गर्व की बात है।
उन्होंने कहा, हम ऐसे सभी उपाय कर रहे हैं जिससे हमारे रक्षा क्षेत्र को अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद मिलेगी।
मिसाइल को शामिल करने के बारे में बोलते हुए, सिंह ने कहा कि मिसाइल प्रणाली वायु रक्षा में गेम चेंजर साबित होगी। सिंह ने कहा, वायु सेना द्वारा इस मिसाइल को शामिल करना भी रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में उठाए गए कदमों का एक बड़ा उदाहरण है।
मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन और एक इजरायली कंपनी के सहयोग से विकसित किया गया है। सिंह ने कहा, इस परियोजना ने भारत और इजरायल दोनों देशों के रक्षा औद्योगिक आधार को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह दोनों देशों के लिए एक जीत की स्थिति है। साथ ही, मुझे बताया गया है कि इस अवधि के दौरान देश में कई नई परीक्षण सुविधाएं और बुनियादी ढांचे का निर्माण किया गया है।
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