राहुल गांधी कर रहे भारत का अपमान, गड़बड़ी कांग्रेस के अंदर, चुनाव आयोग में नहीं : संजय निरुपम

Last Updated 21 Apr 2025 08:24:48 PM IST

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी में दिए गए बयान ने भारत में राजनीतिक हलचल मचा दी है। राहुल ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग (चुनाव आयोग) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने "समझौता" किया और "सिस्टम में बड़ी गड़बड़ी" है।


इस बयान पर शिवसेना नेता संजय निरुपम ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश के अंदरूनी मुद्दों को विदेशी मंच पर उठाकर महाराष्ट्र और भारत की जनता का अपमान कर रहे हैं।

संजय निरुपम ने कहा, "राहुल गांधी को बार-बार समझाया गया है कि देश के मुद्दों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर नहीं उठाना चाहिए, लेकिन वे जानबूझकर ऐसा करते हैं। महाराष्ट्र चुनाव का नतीजा उनके लिए बुरा सपना बन गया है। जनता ने उनके नेतृत्व को नकार दिया है। अगर वे इसी तरह जनता का अपमान करते रहे, तो कांग्रेस, जिसे इस बार 16 सीटें मिलीं, वह अगली बार 6 सीटों तक सिमट जाएगी। निर्वाचन आयोग स्वतंत्र संगठन है और गड़बड़ी कांग्रेस के अंदर है, न कि चुनाव आयोग के सिस्टम में।"

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हिंसा के बाद कलकत्ता हाई कोर्ट ने वहां केंद्रीय बलों की तैनाती बरकरार रखने का आदेश दिया है। संजय निरुपम ने इसके लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "मुर्शिदाबाद में जो आग लगी, उसे बुझाने में ममता बनर्जी पूरी तरह नाकाम रहीं। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट 21 अप्रैल को सुनवाई करेगा।"

उन्होंने आगे कहा कि यह बात बिल्कुल सही है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को वोटर बनने से रोकने के लिए चुनाव आयोग को जितनी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, वह उतनी  आज भी नहीं कर रहे हैं। कोई भी व्यक्ति बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल के रास्ते होते हुए भारत आता है और फिर आसानी से आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर कार्ड बनवा लेता है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के 2027 में भी कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रखने के ऐलान पर संजय निरुपम ने कहा कि पहले भी ऐसा किया गया था, लेकिन बीजेपी को हराने में गठबंधन नाकाम रहा।

शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र 'सामना' में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे को लेकर लिखे गए संपादकीय पर निरुपम ने तंज कसा। उन्होंने कहा, "शिवसेना (यूबीटी) को कभी कांग्रेस, कभी शरद पवार और अब राज ठाकरे की जरूरत पड़ रही है। राज ठाकरे को अब फैसला करना है कि वे वक्फ कानून का विरोध करने वाले उद्धव के साथ जाएंगे या नहीं।"

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात को लेकर संजय निरुपम ने कहा, "भारत और अमेरिका के रिश्ते अपने सुनहरे दौर से गुजर रहे हैं। यह मुलाकात इसे और मजबूत करेगी।"

आईएएनएस
मुंबई


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