मैक्वेरी ने अदाणी पोर्ट्स को दी 'आउटपरफॉर्म' की रेटिंग, कहा - कंपनी को भारत की ग्रोथ से होगा फायदा

Last Updated 11 Mar 2025 03:58:25 PM IST

भारत में लंबी अवधि में होने वाले विकास का फायदा उठाने के लिए अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) अच्छी स्थिति में है। इसकी वजह कंपनी का कारोबार देश के विकास से जुड़ा होना है। यह जानकारी मैक्वेरी इक्विटी रिसर्च की रिपोर्ट में दी गई।


इसके साथ ही मैक्वेरी ने एपीएसईजेड को आउटपरफॉर्म की रेटिंग दी है।

मैक्वेरी ने कहा कि अदाणी ग्रुप की कंपनी विविधतापूर्ण बंदरगाह और कार्गो की पेशकश करती है, जो लचीलेपन को समर्थन प्रदान करता है और लॉजिस्टिक्स पेशकशों की बढ़ती एकीकृत प्रकृति से ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।

मैक्वेरी ने अपने नोट में कहा कि ऑपरेटिंग कैश फ्लो की विजिबिलिटी अच्छी बनी हुई है और इसे कस्टमर पार्टनरशिप से समर्थन प्राप्त है। इस वजह से कंपनी को आउटपरफॉर्म की रेटिंग दी गई है।

अदाणी पोर्ट्स भारत की सबसे बड़ी निजी बंदरगाह ऑपरेटिंग कंपनी है और इसका लक्ष्य देश के कार्गो वॉल्यूम की दोगुनी दर से वृद्धि हासिल करना है।

मैक्वेरी का मानना ​​है कि कार्गो हैंडलिंग की विविधता, बंदरगाहों के स्थान, अंतर्देशीय कनेक्टिविटी, कस्टमर पार्टनरशिप और अर्ली-मूवर एडवांटेज से कंपनी को फायदा मिलेगा।

कंपनी ने जनवरी में 39.9 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) का अब तक का सर्वाधिक मासिक कार्गो वॉल्यूम संभाला, जो पिछले साल की तुलना में 13 फीसदी अधिक है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025-29 के दौरान घरेलू कारोबार में वृद्धि के लिए 800 अरब रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना बनाई है। वित्त वर्ष 2015-24 के दौरान कंपनी ने 420 अरब रुपये का पूंजीगत व्यय किया था।

मैक्वेरी के अनुसार, "इसमें घरेलू बंदरगाह (450-500 अरब रुपये) और लॉजिस्टिक्स (200-250 अरब रुपये) शामिल हैं। एपीएसईजेड अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह विस्तार के अवसरों का भी मूल्यांकन करेगा। 2030 तक, इसका लक्ष्य 800-850 एमएमटी घरेलू कार्गो वॉल्यूम है, जिसका अर्थ है कि वित्त वर्ष 24 से वित्त वर्ष 31 के दौरान घरेलू कार्गो में 11 प्रतिशत सीएजीआर से वृद्धि होगी।"

आईएएनएस
अहमदाबाद


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