जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बिजली विभाग को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि रमजान के महीने में सहरी और इफ्तार के समय बिजली कटौती न हो।
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मुख्यमंत्री ने रविवार से शुरू हो रहे रमजान के महीने के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
अब्दुल्ला ने इस बात पर जोर दिया कि लोग अपनी निर्वाचित सरकार से यह उम्मीद करते हैं कि इस पाक महीने के दौरान उन्हें किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘चूंकि कल से रमजान का पवित्र महीना शुरू हो रहा है, इसलिए लोगों को पूरी उम्मीद है कि सरकार सभी आवश्यक कदम उठाएगी ताकि इस पवित्र महीने के दौरान उन्हें किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े।’’
अब्दुल्ला ने निर्देश दिया, ‘‘लोग चाहते हैं और हमें यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए कि सहरी और इफ्तार के समय बिजली कटौती न हो। किसी भी आवश्यक कटौती की योजना अच्छी तरह से बनाई जानी चाहिए और उचित समय-सारिणी के अनुसार दिन के समय कटौती की जा सकती है। जहां भी आवश्यक हो, रखरखाव कार्य भी दिन के समय ही किए जाने चाहिए।’’
उन्होंने अधिकारियों को व्यवधानों से बचने के लिए सिस्टम संबंधी समस्याओं या दोषपूर्ण ट्रांसफॉर्मर का तुरंत समाधान करने का निर्देश दिया।
जलापूर्ति के बारे में अब्दुल्ला ने कहा कि हाल में हुई बर्फबारी और बारिश से स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन उन्होंने घरों में पर्याप्त पेयजल आपूर्ति की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘अल्लाह की कृपा से पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश इस संबंध में लाभदायक रही है।’’ मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को साफ-सफाई, खास तौर पर मस्जिदों और धार्मिक स्थलों के आसपास सफाई, यातायात प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देने का निर्देश दिया।
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