अमेरिका से वापस भेजे गए भारतीयों में से पटियाला जिले के दो चचेरे भाइयों को एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है। दोनों उन 116 लोगों में शामिल थे जिन्हें अमेरिका ने सी-17 विमान से दूसरे बैच में अमृतसर हवाई अड्डे पर उतारा था।
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि 2023 में दर्ज एक हत्या के मामले में वांछित संदीप सिंह और प्रदीप सिंह को शनिवार देर रात अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद गिरफ्तार किया गया।
जून 2023 में राजपुरा कस्बे में संदीप और चार अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान संदीप के साथ प्रदीप का नाम भी मामले में जोड़ दिया गया।
संदीप और प्रदीप के मामले में, उनका अमेरिका जाने का सपना अधूरा रह गया।
उनकी परिजन सुखजीत कौर ने कहा, "28 जनवरी से ही उनसे संपर्क हो रहा था। शनिवार की सुबह ही हमें पता चला कि उन्हें निर्वासित कर दिया गया है। हम स्तब्ध हैं।"
परिवार अब भारी आर्थिक संकट में फंस गया है। संदीप और प्रदीप को अवैध डंकी रूट से अमेरिका भेजने में परिवार ने 90 लाख रुपये खर्च किए थे।
सुखजीत कौर ने बताया, "हमने गुरदासपुर के ट्रैवल एजेंट दलेर सिंह को पैसे दिए हैं। हमने अभी तक एजेंट से बात नहीं की है। उन्होंने अपनी तीन एकड़ जमीन और अपनी कार बेची थी। इसके अलावा उन्होंने एक व्यक्ति से पैसे उधार लिए थे।"
ये चचेरे भाई उन 119 अवैध प्रवासियों में शामिल हैं, जिन्हें अमेरिका से शनिवार को एक सैन्य विमान से अमृतसर भेजा गया था।
इससे पहले, 104 भारतीयों को लेकर पहला अमेरिकी विमान 5 फरवरी को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा था।
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