हिजाब विवाद: कर्नाटक में स्थिति तनावपूर्ण, हिंसा के आरोप में 15 गिरफ्तार, HC में आज सुनवाई
हिजाब विवाद के कारण हुई हिंसा की घटनाओं में कर्नाटक में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। पुलिस अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
(फाइल फोटो) |
शिवमोग्गा जिले में कर्फ्यू के आदेश के बावजूद एनएसयूआई के सदस्य बुधवार सुबह फर्स्ट ग्रेड डिग्री कॉलेज और पीजी रिसर्च सेंटर में दाखिल हुए। उन्होंने भगवा झंडा उतारा और बुधवार सुबह तिरंगा फहराया। पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को तितर-बितर किया। उन्होंने दोनों झंडे सुरक्षित रख लिए हैं।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि मंगलवार को शिवमोग्गा कॉलेज में खाली फ्लैग पोस्ट पर 'भगवा ध्वज' फहराया गया। उन्होंने इस बात से इनकार किया है कि तिरंगा उतारने के बाद भगवा ध्वज फहराया गया था।
इस बीच, कुछ हिंदू संगठनों ने हिंसा की निंदा करने के लिए बागलकोट जिले के बनहट्टी शहर में बंद का आह्वान किया है।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस विभाग ने मंगलवार को हुई हिंसा के सिलसिले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया है और उन्हें शिवमोग्गा और बागलकोट जिलों में न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
राज्य उच्च न्यायालय आज दोपहर इस मामले की सुनवाई करेगा और उम्मीद है कि पीठ शाम तक हिजाब पहनने पर फैसला सुनाएगी।
राज्य सरकार राज्य की स्थिति पर चर्चा करने के लिए कैबिनेट की बैठक कर रही है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई राज्य में स्थिति को संभालने के लिए वरिष्ठ कैबिनेट सहयोगियों से सुझाव लेंगे।
शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश ने बुधवार को कहा कि राज्य में हिजाब को लेकर हंगामा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गिने-चुने छात्र ही हिजाब की मांग कर रहे हैं, वे अपने समुदाय के नेताओं की भी नहीं सुन रहे हैं। हिजाब को लेकर विरोध के बावजूद छात्रों की उपस्थिति में कमी नहीं आई है।
राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि हिजाब विवाद पर आग लगाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तारियां की गई हैं। वह बाद में विवरण साझा करेंगे।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने आज सुबह उच्च न्यायालय में महाधिवक्ता प्रभुलिंग नवादा के साथ घटनाक्रम पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश, राज्य के डीजी और आईजीपी प्रवीण सूद और बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने सीएम बोम्मई से मुलाकात की और राज्य के हालात को लेकर बैठक की।
गृह विभाग की सूचना के अनुसार, राज्य के पांच जिलों के 7 कॉलेजों में टकराव और हिंसक घटनाएं हुई हैं। कर्नाटक के 19 जिलों के 55 कॉलेजों में विरोध प्रदर्शन किया गया है।
हिजाब विवाद पर हुई हिंसा को लेकर हरिहर पुलिस ने चार मामले दर्ज किए हैं। शिक्षक मंजूनाथ नाइक पर हमले की निंदा करते हुए हिंदू संगठनों ने बंद का आह्वान किया है। नाइक पर लोहे की रॉड से हमला किया गया था और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। हिंदू संगठन वैभव थिएटर से तहसीलदार कार्यालय तक मार्च निकालने की योजना बना रहे हैं।
इससे पहले दिन में हिजाब मामले के एक बड़े विवाद में तब्दील होने के बीच कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा कि अंतराष्र्ट्ीय समुदाय हमें देख रहा है और यह अच्छा डेवलपमेंट (विकास या गतिविधि) नहीं है।
हाईकोर्ट ने कुछ कॉलेज परिसरों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने संबंधी याचिका पर सुनवाई करते हुए मंगलवार को कहा कि वह भावनाओं को अलग रखेगा और संविधान के अनुसार चलेगा।
हिजाब मामले की सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति कृष्ण एस. दीक्षित की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, मेरे लिए, संविधान भगवद गीता है। हमें संविधान के अनुसार कार्य करना है। मैं संविधान की शपथ लेने के बाद इस पोजिशन (स्थिति) पर आया हूं। इस मुद्दे पर भावनाओं को एक तरफ रख देना चाहिए। हिजाब पहनना भावनात्मक मुद्दा नहीं बनना चाहिए।
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