असम-मिजोरम सीमा पर स्थिति ‘शांत’ : अधिकारी
कछार जिले के एक अधिकारी ने गुरूवार को कहा कि असम-मिजोरम सीमा पर अब ‘स्थिति शांत एवं नियंत्रण’ में है जहां इस सप्ताह के शुरू में हुई हिंसा में सात लोग मारे गए थे।
असम-मिजोरम सीमा पर स्थिति ‘शांत’ (फाइल फोटो) |
दोनों राज्यों के बीच सीमा पर लैलापुर में केंद्रीय बल मौजूद हैं और राज्य पुलिस के कर्मी अपने-अपने सीमा क्षेत्रों में 100 मीटर पीछे तैनात हैं।
अधिकारी ने कहा कि कड़ी निगरानी रखी जा रही है और लोगों को सीमा की तरफ नहीं जाने दिया जा रहा क्योंकि वर्तमान में यह एक ‘‘संघर्षक्षेत्र’’ है।
उन्होंने कहा कि हिंसा के बाद से कुछ संगठनों द्वारा कुछ स्थानों पर की गई ‘‘आर्थिक नाकाबंदी’’ आंशिक रही है।
बराक घाटी के तीन जिलों में रह रहे छात्रों और मिजो लोगों के लिए भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
असम जातीय परिषद के एक प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष लुरिनज्योति गोगोई के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल के सिल्चर का दौरा करने और घायल पुलिसकर्मियों से मिलने का कार्यक्रम है।
इस बीच, कछार जिले के संरक्षक मंत्री अशोक सिंघल और असम के पर्यावरण एवं वन मंत्री परिमल सुक्लाबैद्य ने बुधवार रात सिल्चर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में घायलों से मुलाकात की तथा 35 पुलिसकर्मियों और दो आम नागरिकों को एक-एक लाख रुपये के चेक और फलों की टोकरी प्रदान की।
सोमवार को, मिजोरम पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में असम के पांच पुलिसकर्मियों और एक आम नागरिक की मौत हो गई थी तथा 50 अन्य घायल हो गए थे। घायल एक अन्य पुलिसकर्मी की मंगलवार को मौत हो गई।
मिजोरम से लगती असम के कछार और हैलाकांडी जिलों की सीमा पर अक्टूबर 2020 से तनाव है तथा वहां मकानों को जलाने एवं जमीन पर अतिक्रमण करने की घटनाएं होती रही हैं।
दोनों राज्यों के बीच 164.6 किलोमीटर लंबी सीमा है।
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