महाराष्ट्र में बारिश, भूस्खलन से भारी तबाही, गृह मंत्री अमित शाह ने CM से की बात, हर संभव मदद का दिया आश्वासन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से शुक्रवार को बात की और रायगढ में भारी बारिश एवं भूस्खलन के बाद उत्पन्न स्थिति की जानकारी ली, जिसमें कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई है।
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अमित शाह ने कहा कि केंद्र, महाराष्ट्र सरकार को राज्य में उत्पन्न स्थिति से निपटने में हर संभव मदद कर रहा है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के रायगढ में भारी बारिश व भूस्खलन के कारण हुआ हादसा अत्यंत दु:खद है। इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) मुख्यालय के महानिदेशक (डीजी) से बात की है। एनडीआरएफ की टीम राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई है। केंद्र सरकार लोगों की जान बचाने के लिए वहां हर सम्भव मदद पहुंचा रही है।’’
महाराष्ट्र के रायगढ़ में भारी बारिश व भूस्खलन के कारण हुआ हादसा अत्यंत दुःखद है। इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे और DG @NDRFHQ से बात की है। NDRF की टामें राहत व बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। केंद्र सरकार लोगों की जान बचाने के लिए वहाँ हर सम्भव मदद पहुँचा रही है।
— Amit Shah (@AmitShah) July 23, 2021
महाराष्ट्र के रायगढ़, रत्नागिरी और सतारा जिलों में मूसलाधार बारिश के बाद हुए भूस्खलन और आपदाओं की एक श्रृंखला में, कम से कम 65 ग्रामीणों के जिंदा दफन होने की खबर है। शीर्ष अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रारंभिक रिर्पोट के अनुसार, एक दूरस्थ रायगढ़ गांव में पहाड़ी त्रासदी में 30 से 35 लोगों की मौत हो गई है और पत्थरों और कीचड़ के नीचे फंसे लोगों को बचाने के लिए बड़े प्रयास जारी हैं।
चौंकाने वाली घटना महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के पहाड़ी इलाके में महाड कस्बे के पास छोटे तलाई गांव में हुई, जहां पिछले तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, एक पहाड़ी का अनुमानित 50-60 मीटर हिस्सा टूट गया और नीचे लगभग तीन दर्जन घरों में फिसल गया, जिससे अधिकांश पीड़ित बोल्डर, पत्थरों और कीचड़ के नीचे फंस गए।
रायगढ़ के सांसद सुनील तटकरे ने कहा कि वह अन्य बचाव दलों के साथ दुर्घटनास्थल की ओर भाग रहे हैं। रुक-रुक कर हो रही बारिश और बाढ़ के साथ-साथ मलबा, कीचड़ और ढीली मिट्टी ऑपरेशन में बाधा डाल रही है, इस आशंका को देखते हुए मरने वालो की संख्या बढ़ने की आशंका है।
अधिकारियों ने कहा कि अन्य घटनाओं में रायगढ़, रत्नागिरी और सतारा में विभिन्न भूस्खलन या पहाड़ियों में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और पिछले 48 घंटों में भारी बारिश के बाद इन जिलों में 50 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है।
महाराष्ट्र में रत्नागिरी जिले के चिपलून में मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग पर वशिष्ठी नदी पर अंग्रेजों के जमाने का बना पुल शुक्रवार सुबह बाढ़ के पानी में बह गया।
सूत्रो के अनुसार इस इलाके में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण नदी में बाढ़ की स्थिति बन गयी है। पुल के ढहने से यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है।
यह हालांकि बहुत पुराना पुल था और समीप ही एक नये पुल का निर्माण हो रहा है। आज सुबह नदी में तेज बहाव के कारण पुलस का बीच का हिस्सा ढह गया जिससे यातायात ठप हो गया।
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