हिमाचल प्रदेश से भाजपा के वरिष्ठ विधायक और दो बार के पूर्व मंत्री रहे नरेंद्र बरागटा का शनिवार को चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में कोविड-19 के बाद की जटिलताओं की वजह से निधन हो गया।
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तीन बार विधायक रहे बरागटा एक प्रमुख सेब उत्पादक, वर्तमान में कैबिनेट मंत्री के रैंक के साथ विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक थे। वह 69 वर्ष के थे।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने उनके स्वास्थ्य का हाल जानने के लिए अस्पताल का दौरा किया था।
विधायक 13 अप्रैल को वायरस से संक्रमित होने के बाद पिछले 15 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे।
बरागटा 1998-2002 तक बागवानी राज्य मंत्री और 2007 से 2012 तक बागवानी, तकनीकी शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री रहे। उन्हें दिसंबर 2017 में शिमला जिले के जुब्बल-कोटखाई से फिर से चुना गया था।
बरागटा ने 2010 में शिमला जिले में सेब उगाने वाले क्षेत्रों में 3.29 करोड़ रुपये की केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित परियोजना के तहत ओलावृष्टि से फसल को बचाने के लिए एंटी-हेल गन स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
मुख्यमंत्री ने उन्हें लोकप्रिय नेता बताया और उनके परिवार के सदस्यों से बात कर अपनी संवेदना व्यक्त की।