बंगाल चुनाव: दूसरे चरण के चुनाव को लेकर जारी हुई अधिसूचना, 30 सीटों पर डलेंगे वोट

Last Updated 05 Mar 2021 04:09:58 PM IST

चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल विधानसभा के दूसरे चरण के तहत 30 सीटों पर होने वाले चुनावों के लिए शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर दी।


राज्य में विभिन्न चरणों में कराये जा रहे इस चुनाव के दूसरे चरण में राज्य के चार जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर चुनाव कराये जाने हैं। इन जिलों में बांकुरा -दो, पूर्वी मिदनापुर-दो, पश्चिमी मिदनापुर- दो और दक्षिण 24 परगना भी इसमें शामिल किया गया था।

अधिसूचना जारी होने के बाद उम्मीदवारों की ओर से नामांकन की प्रक्रिया भी शुरु हो गयी है।

दूसरे चरण में तीस विधानसभा क्षेत्रों में गोसाबा (सुरक्षित), पथप्रतिमा-काकद्वीप सागर,  तमलुक, पंसकुरा गुरबा,पंसकुरा पस्चिम, मोयना, नंदकुमार, महिसाडल, हल्दिया (सु), नंदीग्राम, चांदीपुर,  खड़गपुर सदर, नारायणगढ़, सबंग, पिंगला, डेबरा, दासपुर, भटाल (सु.), चंद्रकोणा (सु.) केशपुर (सु.), तालडांग,  बांकुरा, बरजोरा, ओन्दा, बिष्णुपुर, कतुलपुर (सु.), सिंधु (सु.) तथा सोनमुखी (सु.) शामिल हैं।

दूसरे चरण के नामांकन की अंतिम तिथि 12 मार्च है जबकि 15 मार्च तक नामांकन पाों की जांच की जाएगी। नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 17 मार्च होगी।

राज्य विधानसभा चुनावों में सबसे लंबे दौर तक चलने वाले चुनावों के लिए राजनीतिक दल कमर कस रहे हैं। इस बार आठ चरणों में मतदान होगा। प्रमुख राजनीतिक दल अगले कुछ दिनों के भीतर अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे।

सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की ओर से कुछ नये उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की उम्मीद है, जबकि भारतीय जनता पार्टी लोकप्रिय चेहरों को उतारकर उन्हें कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर रही है। वाम दलों, कांग्रेस और भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चे के नये गठबंधन की ओर से सीट-बंटवारे को अंतिम रूप देना बाकी है।   

पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एरीज आफताब ने जिला चुनाव अधिकारियों को राज्य सरकार के संविदा कर्मियों को मतदान प्रक्रिया से दूर रखने के लिए लिखा है।

इस बीच, सत्तारूढ़ तृणमूल ने राज्य के उप चुनाव आयुक्त सुदीप जैन को हटाने की मांग की है, जिसमें उनके खिलाफ पक्षपातपूर्ण और संघीय ढांचे के मानदंडों को तोड़ने का आरोप लगाया गया है।

दूसरी ओर,भाजपा ने कार्यकाल खत्म होने के बाद राज्य सरकार द्वारा नगर निगमों में नियुक्त प्रशासकों को हटाने की मांग की है।

कांग्रेस, वाम दलों और आईएसएफ के एकजुट मोच्रे ने आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन के कुछ अधिकारियों द्वारा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है।

राज्य में पहले ही 118 कंपनी केंद्रीय बल बंगाल पहुंच चुके हैं और वे मतदाताओं के बीच विश्वास जगाने के लिए रूट मार्च में लगी हुई हैं। केंद्रीय बलों की 170 और कंपनियों के आठ मार्च तक राज्य में पहुंचने की उम्मीद है।       

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव भाजपा और तृणमूल के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गये हैं। दोनों दलों ने एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोलने में कोई कसर नहीं छोड़ रखी है। भाजपा राज्य में ममता नीत तृणमूल सरकार के खिलाफ चुनाव अभियान का आक्रामक प्रचार कर रही है। तृणमूल के बड़ी हस्तियों ने भाजपा से हाथ मिलाकर ममता सरकार को अपदस्थ करने की योजना बनायी है।

तृणमूल के कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी, राजीब बनर्जी, बैशाली डालमिया, हावड़ा के पूर्व महापौर रतिन चक्रवर्ती और अभिनेता रुद्रनील घोष जैसे नाम इस सूची में शामिल हो गये हैं। इन सभी हस्तियों ने भाजपा का दामन थाम लिया है।

इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित भाजपा के स्टार प्रचारक और अन्य लोग आगामी चुनावों से पहले ही राज्य में सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं।  
 

 

वार्ता
कोलकाता


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