अदालत ने इकबाल कासकर को आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेजा
वांछित अपराधी दाउद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर और उसके दो गुर्गों की कल रात जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आज उन्हें अदालत में पेश किया जहां से तीनों को आठ दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
दाउद इब्राहिम का भाई इकबाल कासकर (फाइल फोटो) |
पुलिस ने एक भवन निर्माता की शिकायत पर कल कासकर और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया था.
पुलिस ने तीनों आरोपियों को अदालत में आज पेश करते हुए पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में भेजने की याचिका दाखिल की थी. अदालत ने याचिका स्वीकार करते हुए उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया.
पुलिस अधिकारियों ने आज एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा था कि इस मामले में दाउद का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष हाथ है या नहीं, उसकी भी जांच की जा रही है.
इससे पहले कल रात इकबाल को मध्य मुंबई के नागपाड़ा स्थित उसके घर से हिरासत में लिया गया. उसे एनकाउन्टर स्पेशलिस्ट और उगाही निरोधक दस्ते के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में एक दल ने हिरासत में लिया.
सूत्रों के मुताबिक ठाणे के एक कारोबारी को इकबाल के नाम से वसूली के लिए फोन किए गए थे. जिसके बाद कारोबारी ने ठाणे पुलिस के उगाही निरोधक दस्ते में इस बाबत शिकायत दर्ज करवाई.
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए शर्मा के नेतृत्व में आज शाम एक दल नागपाड़ा पहुंचा और इकबाल को हिरासत में लिया.
पुलिस अधिकारियों ने उससे देर रात तक पूछताछ की.
पुलिस ने बताया कि इकबाल को संयुक्त अरब अमीरात से वर्ष 2003 में प्रत्यर्पित करके लाया गया था और वह शहर में अपने भाई का रियल एस्टेट कारोबार देखता है.
वह हत्या के एक मामले में और सारा सहारा अवैध निर्माण मामले में वांछित था. लेकिन वर्ष 2007 में उसे दोनों मामलों में बरी कर दिया गया था.
शर्मा ने उस दल का नेतृत्व किया जिसने कासकर को हिरासत में लिया. लाखन भैया मुठभेड़ मामले में शर्मा निलंबित थे और हाल में उन्हें पुलिस बल में बहाल किया गया था.
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