'गूगल' 20 भारतीय स्टार्टअप को सशक्त बनाने के लिए पूरी तरह तैयार

Last Updated 07 Apr 2025 04:21:10 PM IST

टेक्नोलॉजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी 'गूगल' ने सोमवार को घोषणा की कि कंपनी अपने ‘गूगल फॉर स्टार्टअप्स एक्सेलेरेटर : ऐप्स' कार्यक्रम के तहत 20 भारतीय स्टार्टअप को सशक्त बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।


टेक्नोलॉजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी 'गूगल'

'गूगल प्ले' समर्थित पहल भारत में ऐप-बेस्ड स्टार्टअप्स की मदद के लिए डिजाइन की गई है, ताकि वे एआई का अधिक से अधिक इस्तेमाल कर अपने उत्पादों को बेहतर बना सकें।

यह कार्यक्रम इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय स्टार्टअप हब के सहयोग से चलाया जा रहा है।

गूगल ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय स्टार्टअप हब के सहयोग ने पहल की पहुंच और प्रभाव को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

एक बयान में, गूगल ने कहा कि भारत का स्टार्टअप और डेवलपर इकोसिस्टम ‘इनोवेशन का केंद्र’ है और कंपनी इसके विकास का समर्थन करने पर गौरव महसूस करती है।

एक्सेलेरेटर के साथ, अमेरिका स्थित टेक सेक्टर की प्रमुख कंपनी का लक्ष्य उभरते ऐप स्टार्टअप को कटिंग-एज एआई टूल्स, एक्सपर्ट गाइडेंस, शीर्ष इंजीनियरों और शोधकर्ताओं से मार्गदर्शन प्रदान करना है।

यह कार्यक्रम तीन महीने तक चलेगा और उन भारतीय स्टार्टअप के लिए खुला है, जो पहले से ही एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं या अपने ऐप में एआई को इंटीग्रेट करना चाहते हैं।

‘गूगल फॉर स्टार्टअप्स एक्सेलेरेटर : ऐप्स' के प्रोग्राम मैनेजर पॉल रवींद्रनाथ ने कहा, "पात्र होने के लिए स्टार्टअप के पास प्ले स्टोर पर एक पब्लिश्ड ऐप होना चाहिए, भारत में निगमित होना चाहिए और सीड और सीरीज-ए स्टेज के बीच फंडेड होना चाहिए।"

दूसरा समूह ऐप डेवलपमेंट के भविष्य में इसके बढ़ते महत्व को पहचानते हुए एआई पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करेगा।

गूगल एक्सपर्ट्स के साथ व्यक्तिगत सलाह और सहयोग के जरिए इन स्टार्टअप को अपनी एआई क्षमताओं को बेहतर बनाने, यूजर एक्सपीरियंस बढ़ाने, सुरक्षा को मजबूत करने और यूजर ग्रोथ में तेजी लाने के लिए समर्थन प्राप्त होगा।

गूगल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि 20 स्टार्टअप के पहले समूह ने टेक्नोलॉजी, डिजाइन, इंगेजमेंट को लेकर प्रगति देखी, जो कि व्यावहारिक सलाह और गूगल के संसाधनों तक पहुंच के कारण है।

आगामी समूह को भी ऐसे ही समर्थन से लाभ होगा, जिसमें गूगल प्ले पर बेहतर प्रदर्शन करने में उनकी मदद करने के लिए कस्टम रिपोर्ट शामिल हैं।

एप्लीकेशन 15 मई तक खुले हैं और कार्यक्रम जुलाई में एक सप्ताह के बूटकैंप के साथ शुरू होगा।

कंपनी के अनुसार, आवेदन अवधि के दौरान, इच्छुक स्टार्टअप हर गुरुवार को साप्ताहिक वर्चुअल ओपन फोरम में भाग ले सकते हैं, ताकि वे अधिक जानकारी प्राप्त कर सकें और साथ ही सवाल पूछ सकें।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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