नई सरकार से दिल्ली के लोगों को बहुत अपेक्षाएं : ओम बिरला

Last Updated 19 Mar 2025 08:42:28 AM IST

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि दिल्ली के लोगों को नई सरकार से बहुत अधिक अपेक्षाएं हैं। दिल्ली के प्रतिनिधि भले ही दिल्ली के लोगों के प्रति जवाबदेह होते हैं, लेकिन उनके ऊपर देशभर के लोगों की नजर रहती है।


दिल्ली विधान सभा में नवनिर्वाचित विधायकों को दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम

विधायकों को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अच्छा श्रोता बनने की कोशिश करनी चाहिए  और अच्छा प्रतिनिधि बनने के लिए सदन में उपस्थित रहना चाहिए। लोक सभा अध्यक्ष ने विधान सभा में नवनिर्वाचित विधायकों को दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह सीख दी। संबोधन  से पहले उन्होंने ओरिएंटेशन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, नेता प्रतिपक्ष आतिशी, उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट भी मौजूद थे।

विधायकों को संबोधित करते हुए उन्होंने दिल्ली विधानसभा को एक आदर्श सदन बनाने का आग्रह किया और इसके गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला।  विधायकों  को नसीहत देते हुए कहा कि सदन में गतिरोध नहीं होना चाहिए। असहमति को गरिमापूर्ण ढंग से और सार्थक संवाद के माध्यम से व्यक्त किया जाना चाहिए। लघु समितियां विधानमंडल के रूप में काम करती हैं। सदस्यों को समिति की बैठकों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए।

संसदीय लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका सकारात्मक और रचनात्मक होनी चाहिए। ओम बिरला ने विधायकों से लोगों की समस्याओं के नए समाधान खोजने और प्रतिस्पर्धी भावना से विचारों और अनुभवों को साझा करने का आग्रह करते हुए कहा कि उन्हें ऐसे नवाचार प्रस्तुत करने चाहिए, जिससे लोगों की समस्याओं और आने वाली चुनौतियों का समाधान हो सके। इस सदन से निकलने वाले समाधान न केवल दिल्ली के लोगों के काम आएंगे बल्कि देश के अन्य राज्यों और विधायी निकायों के लिए भी एक उदाहरण बनेंगे। उनका कहना था कि विधायकों को अपने क्षेत्र तक सीमित रहने के बजाए पूरी दिल्ली के विकास पर ध्यान देना चाहिए।

दिल्ली ए़क लघु भारत है और यहां सभी राज्यों, विभिन्न भाषाओं और धर्मो  के लोग रहते हैं। सभी की अपेक्षाओं पर खरा उतरना निर्वाचित प्रतिनिधि की जिम्मेदारी है। उन्होंने सदन को कार्यपालिका  की जवाबदेही  सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी मंच बनाने वाली तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के उपयोग और सदस्यों की क्षमता निर्माण पर जोर दिया। सदन को सार्थक संवाद का मंच बताते हुए कहा कि सदन में किसी तरह का गतिरोध नहीं होना चाहिए।

उन्होंने विधायकों से सार्वजनिक जीवन में आचरण और नैतिकता के उच्चतम मानक बनाए रखने का आग्रह किया। विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने अतिथि ओम बिरला एवं सभी विधायकों का स्वागत करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम केवल विधायी दायित्यों को बेहतर ढंग से समझने का अवसर नहीं है, बल्कि एक दूसरे से सीखने और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने का मंच है। उन्होंने सभी विधायकों से नियम पुस्तिका विशेष रूप से आचार संहिता को अच्छी तरह से पढ़ने एवं सदन की कार्यवाही के दौरान दिशा निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि सदन में बोलने के लिए अध्यक्ष की अनुमति जरूरी है। अपने विपक्ष के अनुभव साझा करते हुए कहा कि कम संख्या होने के बाबजूद सरकार विपक्ष की बात सुनने को बाध्य है। विजेंद्र गुप्ता ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी के एक ऐतिहासिक संबोधन को उद्धत करते हुए कहा कि सरकारें आएंगी, जाएंगी, मगर ये देश और उसका लोकतंत्र रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री  रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की प्रगति, समृद्धि  और विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता है।

दिल्ली के लोगों को भाजपा की सरकार पर पूरा भरोसा है। हर पल कीमती है और इसका सम्मान और इस्तेमाल सही ढंग से किया जाना चाहिए। हमारा एक मात्र उद्देश्य दिल्ली का विकास है और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए  रखना है। विकास में सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों की महती  भूमिका  है। विपक्ष की तरफ इशारा करते हुए कुछ पक्तियां पढ़ीं, पूरी धरा भी साथ दे तो और बात है, तू जरा भी साथ दे तो और बात है, चलने को तो एक पांव पर भी चलते हैं लोग, दूसरा भी साथ दे तो और बात है। नेता प्रतिपक्ष आतिशी  ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया। कार्यक्रम से पहले लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह ने परिचयात्मक संबोधन किया।

विपक्ष निभाएगा अपनी जिम्मेदारी

दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष आतिशी ने मंगलवार को कहा कि आम आदमी पार्टी(आप) दिल्ली की जनता की उम्मीदों पर खरा उतर कर सदन में बैठने की अपनी जिम्मेदारी निभाएंगी।

आतिशी ने दिल्ली विधानसभा सदस्यों के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम में मंगलवार को कहा,‘मैं उम्मीद करती हूं कि हम सभी दिल्ली की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरकर सदन में बैठने की अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। हमें सदन में इस जिम्मेदारी के साथ बैठना चाहिए कि जो हम जनता की बात रखते हैं, उसे लोग आज ही नहीं, बल्कि सैकड़ों साल तक पढ़ेंगे और देखेंगे।’

‘आप’ नेता ने कहा कि दिल्ली की जनता ने हम 70 लोगों पर अपना भरोसा दिखाया और इस विधानसभा में अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा है। इस सदन में बैठना सिर्फ एक गरिमा और गर्व की बात नहीं है, बल्कि इस सदन में बैठना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।

नेता विपक्ष ने कहा कि इस सदन में जब पहली बार अंग्रेजों ने भारत के लोगों को वोट का अधिकार दिया था। तब एक वोट के अधिकार की एक शुरुआत हुई थी।  तब इस सदन में लाला लाजपत राय, पंडित मदन मोहन मालवीय, मोतीलाल नेहरू, विट्ठल भाई पटेल इस सदन में बैठे थे।

समयलाइव डेस्क
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment