वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अब तक 9 करोड़ से अधिक लोग इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) जमा कर चुके हैं। आयकर विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली।

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आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में जमा किए गए आईटीआर में चार लाख से अधिक करदाताओं ने एक करोड़ रुपये से अधिक आय घोषित की है।
आंकड़ों से मुताबिक, लगभग 3.89 लाख करदाताओं ने 1 करोड़ रुपये से 5 करोड़ रुपये के बीच आय घोषित की, जबकि लगभग 36,274 व्यक्तियों ने 5 करोड़ रुपये से 10 करोड़ रुपये के बीच आय की रिपोर्ट की है।
इसके अलावा, 43,004 लोगों ने 10 करोड़ रुपये से अधिक की आय का खुलासा किया। इससे उच्च आय वाले करदाताओं (1 करोड़ रुपये से अधिक आय वाले) की कुल संख्या 4,68,658 हो गई।
इन आंकड़ों में वृद्धि होने की उम्मीद है क्योंकि आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 मार्च है।
अब तक 9.11 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपना आईटीआर दाखिल किया है। भारत में पंजीकृत करदाताओं की कुल संख्या 13.96 करोड़ है। इसका मतलब है कि लगभग 65 प्रतिशत ने अपना रिटर्न दाखिल कर दिया है।
इसके अलावा, लगभग 8.56 करोड़ कर रिटर्न ई-वेरिफाइड किए जा चुके हैं और आयकर विभाग द्वारा 3.92 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 1.38 करोड़ रिटर्न दाखिल किए गए। उत्तर प्रदेश में 90.68 लाख रिटर्न जमा किए गए, जबकि गुजरात में 87.90 लाख रिटर्न दाखिल किए गए।
दिल्ली में 44.45 लाख लोगों ने आईटीआर जमा किए हैं। वहीं, आंध्र प्रदेश और पंजाब में क्रमशः 30.76 लाख और 43.79 लाख रिटर्न दाखिल किए गए।
इससे पहले, विभाग ने कहा था कि चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 2024-25) की 1 अप्रैल, 2024 - 16 मार्च, 2025 की अवधि के दौरान प्रत्यक्ष कर संग्रह पिछले वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 24) की इसी अवधि की तुलना में 16.2 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के साथ 25.86 लाख करोड़ रुपये हो गया।
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