आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया है कि भाजपा यमुना में भारी मात्रा में जहर घोलकर दिल्ली में मास मर्डर करना चाहती है। इसके साथ ही पूरी दिल्ली में जल संकट भी शुरू हो जाएगा। इसको लेकर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने चुनाव आयोग को चिट्ठी भी लिखी है।
|
वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि "लोगों को प्यासा मारने से बड़ा पाप नहीं होता। अपनी गंदी राजनीति के लिए भाजपा दिल्ली वालों को प्यासा मारना चाहती है। हरियाणा से भाजपा वाले पानी में जहर मिलाकर दिल्ली भेज रहे हैं। अगर ये पानी दिल्ली वालों ने पी लिया तो कई लोग मर जाएंगे। क्या इससे घिनौना काम कोई हो सकता है? जो जहर पानी में मिलाकर भेजा जा रहा है, वो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में साफ भी नहीं हो सकता। दिल्ली के लोगों की सुरक्षा के लिए कई इलाकों में पानी बंद करना पड़ रहा है। हमारी कोशिश है कि लोगों को कम से कम तकलीफ हो। भाजपा वाले दिल्ली वालों का मास मर्डर करना चाहते हैं। हम ये बिल्कुल नहीं होने देंगे।"
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भी सोशल मीडिया के जरिए इस पर पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, "चुनाव में हार के डर से भाजपा दिल्ली वालों को प्यासा मारना चाहती है। भाजपा अपनी हरियाणा सरकार से यमुना नदी में जहरीला पानी छुड़वा रही है। पानी में इतना अमोनिया है कि दिल्ली के तीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने की कगार पर हैं। दिल्ली के 30 प्रतिशत लोगों को पानी नहीं मिलेगा। हिंदू धर्म में पानी रोकने से बड़ा कोई पाप नहीं होता। दिल्ली के लोग भाजपा वालों को इस पाप का जवाब 5 फरवरी को देंगे।"
इसको लेकर आतिशी और मान ने जो पत्र लिखा है, उसमें कहा गया है कि पिछले चार दिनों में हरियाणा से दिल्ली में प्रवेश करते समय यमुना नदी में अमोनिया के स्तर में अचानक और तेज वृद्धि हुई है। इस वृद्धि ने दिल्ली में जल उपचार संयंत्रों (डब्ल्यूटीपी) की उत्पादन क्षमता पर काफी प्रभाव डाला है, जिससे दिल्ली की लगभग 10-15 प्रतिशत आबादी यानी करीब 34 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
अपने पत्र में आतिशी ने लिखा है कि जैसा कि आप जानते ही होंगे कि हरियाणा से दिल्ली में प्रवेश करने वाली यमुना नदी राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले लोगों के लिए पानी का मुख्य स्रोत है। यह कच्चा पानी जो हमें यमुना से प्राप्त होता है, उसे पूरी दिल्ली में आपूर्ति करने से पहले हमारे जल उपचार संयंत्रों में ट्रीटमेंट कर आगे भेजा जाता है। हालांकि, हरियाणा द्वारा यमुना में छोड़े जा रहे पानी में अमोनिया की मात्रा में अचानक और तेज वृद्धि ने पानी को अनुपयोगी बना दिया है।
अपने पत्र में उन्होंने पिछले 14 दिनों में वजीराबाद तालाब में हरियाणा से आने वाले पानी में अमोनिया के स्तर को दर्शाता हुआ आंकड़ा भी लगाया है। पत्र में लिखा गया है कि पिछले चार दिनों में अमोनिया का स्तर लगातार 6.8 मिलीग्राम/लीटर से ऊपर रहने से उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो ट्रीटमेंट करने योग्य नहीं है। अमोनिया के स्तर में इस चिंताजनक वृद्धि के परिणामस्वरूप वजीराबाद में हमारे जल उपचार संयंत्रों की जल उत्पादन क्षमता पर 30 प्रतिशत, चंद्रावल में 15-20 प्रतिशत और ओखला में 10 प्रतिशत का सीधा प्रभाव पड़ा है। ये तीन डब्ल्यूटीपी मिलकर शहर के एक बड़े हिस्से में पानी की आपूर्ति करते हैं, जिसमें सिविल लाइन्स, हिंदूराव, करोल बाग, पहाड़गंज, झंडेवालान, मोतिया खान, राजेंद्र नगर, पटेल नगर, शादीपुर, वजीरपुर, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, आदर्श जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इसमें मॉडल टाउन, शकूरबस्ती, किंग्सवे कैंप, आजादपुर, कालकाजी, सी लाल चौक, बटिया हाउस, ईएसआई, सुखदेव विहार और कालिंदी कुंज भी शामिल हैं।
इससे मध्य दिल्ली और एनडीएमसी क्षेत्रों जैसे राष्ट्रपति भवन, सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट, दूतावासों और अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों में पानी की आपूर्ति भी प्रभावित होगी। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि हम पहले ही इस मुद्दे को हरियाणा सरकार के संबंधित अधिकारियों के सामने उठा चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। तत्काल 24 घंटे के भीतर इस मामले में आपके हस्तक्षेप का अनुरोध करते हैं ताकि या तो केवल अमोनिया के बिना शुद्ध कच्चा पानी हरियाणा से दिल्ली में छोड़ा जाए या अतिरिक्त शुद्ध कच्चा पानी छोड़ा जाए ताकि अमोनिया के स्तर को कम किया जा सके।
| | |
|