Prayagraj Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या पर महाकुंभ स्नान के लिए श्रद्धालुओं की उमड़ रही भीड़, प्रशासन ने बंद की गलियां और रूट किए डायवर्ट
मौनी अमावस्या पर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। मंगलवार को अयोध्या के रामपथ पर भारी तादाद में श्रद्धालु दिखे।
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योगी सरकार का अनुमान है कि मौनी अमावस्या के दिन होने वाले दूसरे अमृत स्नान में 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में स्नान करेंगे। दूसरे अमृत स्नान से पहले प्रशासन की तरफ से भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
दरअसल, प्रयागराज पुलिस-प्रशासन ने जिले में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। इसके अलावा प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शहर में जगह-जगह होर्डिंग्स भी लगवाए गए हैं, जिनमें महाकुंभ मेला क्षेत्र की ओर जाने वाले मार्ग के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही प्रयागराज रेलवे स्टेशन से कुंभ मेला की ओर जाने वाले मार्ग की तमाम गली और मोहल्लों की सड़कों को सील कर दिया गया है।
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में एक अनुमान के अनुसार करोड़ों श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंचेंगे। इसके लिए प्रशासन ने सारी तैयारी कर ली है। पुलिस प्रशासन ने रूट भी डायवर्ट किया है।
प्रशासन के इस कदम की स्थानीय लोगों ने भी प्रशंसा की है। स्थानीय निवासी उमेश प्रताप सिंह ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में बताया कि प्रशासन की पहल सराहनीय है। उनकी तरफ से जो इंतजाम किए गए हैं, वह यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लाभकारी साबित होंगे। सनातन धर्म भी यही सिखाता है कि हर किसी की सेवा भाव से मदद करनी चाहिए। गली-मोहल्लों को बंद करने का सभी लोग समर्थन करते हैं, क्योंकि हम भी चाहते हैं कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी न हो।
स्थानीय निवासी अमित गुप्ता ने कहा कि पुलिस द्वारा गली-मोहल्लों में बैरिकेडिंग करने का फैसला सही है। मैं प्रशासन के निर्णय को सही मानता हूं, क्योंकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखा जाना चाहिए।
एक अन्य निवासी ने कहा कि प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में बैरिकेडिंग की है, जो एक अच्छा कदम है। इससे कोई भी श्रद्धालु गलियों में भटक नहीं पाएगा।
इधर,अयोध्या में सभी श्रद्धालु हनुमानगढ़ी की ओर बढ़ रहे थे। हनुमान जी के दर्शन करने के बाद सभी श्रद्धालु श्रीराम के दर्शन के लिए आगे बढ़ेंगे। यहां पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की वजह से प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। किसी यात्री को परेशानी न हो, इसलिए नया घाट से श्रीराम हॉस्पिटल के बीच डिवाइडर लगाया गया है, जिससे भीड़ को कंट्रोल किया जा सके।
मौनी अमावस्या के दिन श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में पहुंच सकती है। रामपथ से सरयू नदी के बीच के रास्ते पर भी भीड़ को डायवर्ट किया जा रहा है।
भारी भीड़ को देखते हुए बाराबंकी-लखनऊ-अयोध्या हाईवे मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। हाईवे पर करीब 4 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। जाम की वजह से लोगों को काफी परेशानी हुई थी। बाराबंकी के एसडीएम जगत साईं ने बताया कि रूट डायवर्ट किया गया है। अयोध्या जाने वाले वाहनों को गोंडा-पूर्वांचल की तरफ डायवर्ट किया गया है।
मंगलवार की सुबह शहर के चौपुला चौराहे पर पुलिस द्वारा वाहनों को बहराइच हाईवे की तरफ डायवर्ट किया गया, जिससे जाम की स्थिति पैदा हुई।
सफदरगंज में 4 किलोमीटर लंबा जाम लगा तो वहीं रामनगर में घंटों वाहन फंसे रहे। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए 30 जनवरी तक रूट डायवर्ट रह सकता है। बताया जा रहा है कि लगातार अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंच रही है। जिसकी वजह से यातायात में बदलाव किया गया है।
यातायात पुलिस से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार, बाराबंकी-अयोध्या और बहराइच दोनों हाईवे पर वाहनों का दबाव बढ़ा है। जिसकी वजह से वाहनों को डायवर्ट रूट पर भेजा जा रहा है। इससे हाईवे पर वाहनों का दबाव कम हो सकेगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या का स्नान काफी शुभ माना जाता है, इसलिए लाखों की तादाद में लोग संगम नगरी में आस्था की डुबकी लगाने के लिए लगातार पहुंच रहे हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुंभ नगर राजेश द्विवेदी ने बताया कि दूसरे अमृत स्नान मौनी अमावस्या को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं। खासकर श्रद्धालुओं को जागरूक किया जा रहा है कि वो सजग रहें और किसी तरह की अफवाह में न फंसें। व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का सहयोग करें और किसी भी तरह की समस्या में पुलिस का सहयोग लें। पुलिस और प्रशासन श्रद्धालुओं की मदद के लिए 24 घंटे उपलब्ध हैं।
क्या करें ..
- संगम घाट पहुंचने के लिए अलग-अलग लेन से ही जाएं।
- गंगा स्नान के लिए जाते समय अपनी लेन में बने रहें।
- आने वाले श्रद्धालु स्नान और दर्शन करने के बाद सीधे पार्किंग की ओर जाएं।
- मंदिरों में दर्शन के लिए जाते समय अपनी लेन में बने रहें, वहां से अपने गंतव्य स्थान के लिए प्रस्थान करें।
- जरूरत पड़ने पर पुलिस का सहयोग लें, पुलिस आपकी मदद के लिए है।
- ट्रैफिक पुलिस भी आपकी मदद के लिए तत्पर है।
- स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर नजदीकी सेक्टर में बने हॉस्पिटल में जांच कराएं।
- बैरिकेडिंग और पांटून पुलों पर धैर्य बनाए रखें, जल्दबाजी और धक्कामुक्की से बचें।
- कागज, जूट या इको फ्रेंडली बर्तनों और कुल्हड़ों का ही प्रयोग करें।
- सभी घाट संगम घाट हैं, जिस घाट पर पहुंच जाएं, वहीं स्नान करें।
क्या नहीं करना है :-
- श्रद्धालु कहीं एक साथ एक स्थान पर न रुकें।
- किसी भी स्थिति में आने और जाने वाले श्रद्धालु आमने-सामने न पड़ें।
- मेले में किसी के द्वारा फैलाई गई अफवाहों से बचें।
- सोशल मीडिया पर फैलाए गए किसी भी भ्रम को सच न मानें।
- मंदिरों में दर्शन के लिए किसी भी प्रकार की हड़बड़ी न दिखाएं।
- होल्डिंग एरिया के बजाय रास्तों पर न रुकें, किसी तरह का अवरोध न उत्पन्न करें।
- व्यवस्था या सुविधा को लेकर किसी के भी बहकावे में आने से बचें।
- किसी प्रकार की भ्रामक खबरों को आगे बढ़ाने से बचें।
- पवित्र स्नान के लिए किसी भी प्रकार की जल्दबाजी न करें।
- प्लास्टिक की पन्नियों और बर्तनों के इस्तेमाल से बचें।
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