कैश फॉर क्वेरी मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ विनोद सोनकर की अध्यक्षता वाली संसद की आचार समिति आज लोक सभा में अपनी जांच रिपोर्ट पेश करेगी।
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रिपोर्ट पेश करते समय सदन में हंगामे के हालात बन सकते हैं। विपक्षी दलों के रवैये को देखते हुए रिपोर्ट को स्वीकार करते समय अथवा टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई करते समय सदन में वोटिंग की नौबत आ सकती है। इसे देखते हुए भाजपा ने अपने सभी लोक सभा सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी कर शुक्रवार को सदन की कार्यवाही के दौरान दिन भर सदन में मौजूद रहने का निर्देश दिया है।
उल्लेखनीय है कि महुआ मोइत्रा मामले में आचार समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट को पिछले महीने 10 नवंबर को ही लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेज दिया था। पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोक सभा अध्यक्ष बिरला के निर्देश पर पूरे मामले की जांच कर एथिक्स कमेटी ने लगभग 500 पन्नो की अपनी रिपोर्ट तैयार की थी जिसे समिति की बैठक में छह-चार के अंतर से मंजूर कर लिया था।
सूत्रों के मुताबिक, आचार समिति ने महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों को काफी गंभीर मानते हुए उनके आचरण को आपत्तिजनक और अनैतिक करार दिया है। इसी को आधार बनाकर समिति ने महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने या फिर गहन जांच की रिपोर्ट आने तक उनकी सदस्यता निलंबित करने की सिफारिश की है
क्योंकि रिपोर्ट में भारत सरकार से इस पूरे मामले की समयबद्ध, गहन, कानूनी और संस्थागत जांच की सिफारिश करते हुए महुआ मोइत्रा और दर्शन हीरानंदानी के बीच पैसों के लेन-देन की भी गहन जांच करने की सिफारिश की गई है। समिति ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सिफारिश की है।
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