दिल्ली के अस्पताल में नर्सो की ड्यूटी के दौरान मलयालम भाषा के इस्तेमाल पर रोक, राहुल बोले- भेदभाव बंद करो

Last Updated 06 Jun 2021 10:34:03 AM IST

दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल ने शनिवार को एक परिपत्र जारी करके अपने नर्सिंग कर्मियों को काम के दौरान मलयालम भाषा का इस्तेमाल नहीं करने को कहा क्योंकि ‘‘अधिकतर मरीज और सहकर्मी इस भाषा को नहीं जानते हैं’’ जिसके कारण बहुत असुविधा होती है।


इस मामले को लेकर राहुल गांधी ने विरोध जताया है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले को लेकर विरोध जताते हुए ट्वीट किया "मलयालम किसी भी अन्य भारतीय भाषा की तरह ही भारतीय है। भाषा भेदभाव बंद करो!"

यहां की प्रमुख अस्पतालों में से एक गोविंद बल्लभ पंत इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (जीआईपीएमईआर) द्वारा जारी परिपत्र में नर्सों से कहा गया है कि वे संवाद के लिए केवल हिंदी और अंग्रेजी का उपयोग करें या ‘कड़ी कार्रवाई’ का सामना करने के लिए तैयार रहें ।


जीबी पंत नर्सेज एसोसिएशन अध्यक्ष लीलाधर रामचंदानी ने दावा किया कि यह एक मरीज द्वारा स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को अस्पताल में मलयालम भाषा के इस्तेमाल के संबंध में भेजी गई शिकायत के अनुसरण में जारी किया गया है। उन्होंने हालांकि कहा कि ‘‘एसोसिएशन परिपत्र में इस्तेमाल किए गए शब्दों से असहमत है।’’

 

ऐजेंसी
नयी दिल्ली


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