निर्थक मामलों से हो रही समय की बर्बादी

Last Updated 02 Jun 2021 09:24:37 AM IST

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि उसके समक्ष बड़ी संख्या में निर्थक मामले दाखिल किए जा रहे हैं जिनकी वजह से शीर्ष अदालत का बहुत ज्यादा समय बर्बाद हो जाता है।


सुप्रीम कोर्ट

न्यायालय ने कहा कि इस वजह से राष्ट्रीय महत्व के मुकदमों की सुनवाई और निपटारे में अनावश्यक विलंब हो जाता है।

न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एमआर शाह की विशेष पीठ ने यह टिप्पणी उपभोक्ता विवाद से संबंधित एक अर्जी पर सुनवाई के दौरान की।

पीठ ने कहा कि मामले का निपटारा हो चुका है और अंतिम आदेश पारित किया जा चुका है लेकिन याचिकाकर्ता फिर से एक छोटे से मुद्दे पर एक आवेदन के साथ आ गए है।

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, ‘हम पहले से निपटाए गए मामले में एक और आदेश पारित नहीं कर सकते हैं। हमें आपकी बात नहीं सुननी चाहिए।

एसएनबी
नई दिल्ली


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