दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण को महत्वपूर्ण बताते हुए सोमवार को कहा कि रूस के, कोविड-19 रोधी टीके स्पूतनिक वी की पहली खेप राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को जून में मिलने की संभावना है।
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मुख्यमंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में अभी म्यूकर मायकोसिस के 944 मामले हैं। इनमें से 300 मरीजों का केंद्र सरकार के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
केजरीवाल राजधानी के एक स्कूल में मौजूद थे जहां उन्हें पत्रकारों एवं उनके परिवारों के लिये विशेष टीकाकरण अभियान की शुरूआत करनी थी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''हमने इस टीकाकरण अभियान की शुरूआत पत्रकारों एवं उनके परिजनों के लिये की है। पत्रकारों की ओर से, उनके लिए एक विशेष अभियान शुरूआत करने की मांग की गयी थी। 18-44 साल आयु वर्ग के लोगों के लिए तथा 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिये टीकाकरण की शुरूआत की जा रही है।
मैं सभी पत्रकारों से आग्रह करता हूं कि बड़ी संख्या में आगे आयें और टीकाकरण करवायें। टीकाकरण के माध्यम से ही आप स्वयं को कोरोना वायरस संक्रमण से सुरक्षित रख सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगस के 944 मामले सामने आये हैं। उन्होंने कहा, ''दिल्ली में ब्लैक फंगस संक्रमण के 944 मामले हैं, इनमें से 300 मरीज केंद्र सरकार के अस्पतालों में भर्ती हैं।
दवाईयों की बड़े पैमाने पर कमी है। हमें शनिवार को एक हजार इंजेक्शन मिले हैं और रविवार को कुछ नहीं मिला। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को रूस के कोविड रोधी टीके स्पूतनिक वी की खेप का एक हिस्सा मिलने की संभावना है जिसे संबंधित कंपनी 20 जून के बाद आयात करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘टीके का निर्माण भारत में संभवत: अगस्त में शुरू हो जायेगा। भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने आपात स्थिति में कुछ शर्तों के साथ स्पूतनिक वी के उपयोग की अनुमति दे दी है। डॉ रेड्डीज लेबोरेटॅरीज इस दवा का भारत में आयात करेगी।
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