दिल्ली में हालात बेहद गंभीर
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण राजधानी में स्थिति बहुत गंभीर हो गई है।
![]() मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल |
गौरतलब है कि रविवार को महानगर में कोरोना संक्रमण के 10,774 नए मामले आए और 48 लोगों की मौत हुई। इसके पहले पिछले साल 11 नवंबर को सबसे अधिक 8,593 मामले सामने आए थे। उस दिन 131 संक्रमितों की मौत हुई थी।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि 16 फरवरी को दिल्ली में एक दिन में संक्रमण के 100 से कम मामले आए थे। लेकिन उसके बाद इसमें तेजी आ गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगाना चाहती, लेकिन अगर अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई और गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए बिस्तर उपलब्ध नहीं रहे तो लॉकडाउन लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा उम्र की पाबंदियों को हटाकर युद्ध स्तर पर टीकाकरण अभियान शुरू करने का वक्त आ गया है।
केजरीवाल ने सभी राजनीतिक दलों से कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मिलकर काम करने को कहा। उन्होंने धार्मिक और सामाजिक संगठनों तथा एनजीओ से भी वायरस के खिलाफ लड़ाई और उसे फैलने से रोकने में योगदान देने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों का कहना है कि टीका लगवाने के बावजूद लोग कोविड-19 से पीड़ित हो सकते हैं लेकिन वे गंभीर रूप बीमार नहीं पड़ेंगे। इसलिए लोगों को टीका लगवाने के बाद भी मास्क पहनने और सभी एहतियात बरतने की जरूरत है।
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