देश को मिली पहली ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली मेट्रो की ‘मैजेंटा लाइन’ पर भारत की पहली चालक रहित ट्रेन का उद्घाटन करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने पूर्ववर्ती सरकारों के विपरीत बढ़ते शहरीकरण को एक अवसर के रूप में लिया है और 2025 तक 25 शहरों तक मेट्रो ट्रेन सेवाओं का विस्तार किया जाएगा।
देश को मिली पहली ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन |
फिलहाल, 18 शहरों में मेट्रो ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। प्रधानमंत्री ने दिल्ली मेट्रो की ‘एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन’ पर ‘नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड’ सेवा की भी शुरुआत की।
मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने संबोधन में कहा कि चालक रहित मेट्रो ट्रेन का उद्घाटन और ‘नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड’ को शुरू किया जाना शहरी विकास को भविष्य के लिए तैयार करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि कुछ दशक पहले जब शहरीकरण की मांग अनुभव की गई थी, तो भविष्य की जरूरतों पर अधिक ध्यान नहीं दिया गया, बल्कि आधे-अधूरे काम किए गए, जिनसे भ्रम की स्थिति बनी रही। उन्होंने कहा कि शहरीकरण को एक चुनौती की तरह नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि बेहतर बुनियादी ढांचे के निर्माण और लोगों के जीवन को सुगम बनाने के लिए एक अवसर के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
एक नए युग का सूत्रपात : प्रधानमंत्री ने कहा कि चालक रहित मेट्रो ट्रेन की शुरुआत के साथ ही भारत दुनिया के चु¨नदा देशों में शामिल हो गया है, जहां यह सुविधा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि चालक रहित ट्रेन पूरी तरह से स्वचालित होगी, जिससे मानवीय भूल की संभावना खत्म हो जाएगी। मैजेंटा लाइन (जनकपुरी वेस्ट-बोटैनिकल गार्डन) के बीच चालक रहित सेवा शुरू होने के बाद 2021 के मध्य तक ‘¨पक लाइन’ पर मजलिस पार्क और शिव विहार के बीच चालक रहित मेट्रो सेवा की शुरुआत होने की उम्मीद है। उन्होंने ‘नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड’ के बारे में कहा कि इससे यात्री जहां भी जाएंगे और जिस भी सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करेंगे, उनमें उन्हें एकीकृत पहुंच मिलेगी। इससे देश के किसी भी भाग से जारी किए गए ‘रुपे-डेबिट कार्ड’ का इस्तेमाल यात्रा के लिए किया जा सकता है। इन नवाचारों से अनुकूल यातायात के एक नए युग का सूत्रपात होगा।
‘मेट्रोलाइट वर्जन’ पर चल रहा काम
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने किसी शहर और उसकी कामकाजी आबादी की जरूरतों के अनुसार मेट्रो नीति तैयार की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहली बार मेट्रो नीति बनाई और इसे एक चौतरफा रणनीति के साथ लागू किया। मोदी ने कहा कि दिल्ली और मेरठ के बीच आरआरटीएस से दोनों शहरों के बीच की दूरी एक घंटे से भी कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अपेक्षाकृत कम यात्री संख्या वाले शहरों के लिए ‘मेट्रोलाइट वर्जन’ पर काम किया जा रहा है। ‘मेट्रोलाइट रेल’ का निर्माण सामान्य मेट्रो की 40 प्रतिशत लागत पर किया जाएगा, जबकि ‘मेट्रो नियो’ को कम सवारी वाले शहरों में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सामान्य मेट्रो के 25 प्रतिशत की लागत पर बनेगी।
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