दिल्ली : हिंसा भड़काने को लेकर पूर्व विधायक व पार्षद पर मुकदमा दर्ज
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जाफराबाद इलाके में हुई हिंसा की घटना को लेकर पूर्व कांग्रेस विधायक चौधरी मतीन अहमद और स्थानीय पार्षद अब्दुल रहमान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जाफराबाद इलाके में हुई हिंसा की घटना (file photo) |
पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों पर आम लोगों को भड़काने का आरोप है जबकि पुलिस ने दोनों को समझाने का प्रयास भी किया था कि वह अपनी रैली न निकालें, इससे लोग भड़क सकते हैं। इसके बावजूद दोनों नहीं मानें और बिना कोई अनुमति के इन्होंने ऐसा किया, जिसके बाद हालात काफी बिगड़ गए थे।
इस बाबत पुलिस का कहना है कि पिछले दिनों दिल्ली के अलग-अलग इलाके में हुई हिंसक घटनाओं के मामले की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी को सौंपी गई है और जिन नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, सभी को क्राइम ब्रांच आने वाले दिनों में नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाएगी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जाफराबाद थाने में दर्ज मुकदमे में कहा गया कि 17 दिसम्बर को बिना किसी अनुमति के पैदल व बाइक रैली आयोजित की गई थी। यह रैली नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में निकाली गई थी। सीलमपुर टी प्वाइंट रोड नंबर 66 पर लोग एकत्रित होकर ज्यादा बेकाबू हुए।
उस समय सीलमपुर थानाध्यक्ष स्थानीय लोगों को लगातार समझाने का प्रयास करते रहे लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। इसी बीच पार्षद अब्दुल रहमान के उकसाने पर कई अन्य लोग एकत्र हुए।
आरोप है कि आम आदमी पार्टी से स्थानीय पार्षद अब्दुल रहमान के उकसाने पर आस-पास की गलियों से भी लोग आकर जमा हो गए और जमकर हिंसक प्रदर्शन किए गए। इनमें बाइक रैली का नेतृत्व पूर्व कांग्रेसी विधायक मतीन अहमद कर रहे थे।
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