कांग्रेस पर्सनल लाॅ लाकर शरिया से चलाना चाहती है देश : अमित शाह

Last Updated 26 Apr 2024 03:12:34 PM IST

गुना संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।


गृहमंत्री अमित शाह

पिपरई में आयोजित जनसभा में कांग्रेस के घोषणा पत्र का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने पर फिर से पर्सनल लॉ लाने का वादा किया है। वे मुस्लिम पर्सनल लॉ को लाना चाहते हैं और देश को शरिया से चलाना चाहते हैं। इसके साथ फिर से तीन तलाक को लाना चाहते हैं। राहुल गांधी तुष्टीकरण के लिए यह सब करना चाहते हैं, मगर जब तक भाजपा है, हम पर्सनल लॉ को नहीं आने देंगे। यह देश यूसीसी से चलेगा, समान नागरिक संहिता से चलेगा।

उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड में हमारी सरकार ने यूसीसी लागू किया। हमारा वादा है कि देशभर में यूसीसी लागू करेंगे। हमारी प्राथमिकता एससी, एसटी, ओबीसी है। वहीं, कांग्रेस कहती है कि इस देश के संसाधन पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। उनकी मंशा पूरी नहीं होने देंगे। इस देश के संसाधन पर पहला अधिकार गरीब, दलित, ओबीसी और आदिवासियों का है। कांग्रेस ओबीसी विरोधी पार्टी है। उसने काका कालेलकर की रिपोर्ट बरसों दबाकर रखा। मंडल कमीशन की रिपोर्ट को दबाकर रखा। केंद्र की संस्थाओं में ओबीसी को रिजर्वेशन नहीं दिया, ओबीसी आयोग नहीं बनाया। प्रधानमंत्री मोदी ने ओबीसी आयोग बनाकर पिछड़े वर्ग को संवैधानिक सम्मान देने का काम किया है। नीट की परीक्षा में मेडिकल के दाखिलों में और बाकी केंद्रीय संस्थानों में 27 प्रतिशत आरक्षण ओबीसी को देने का काम पीएम मोदी ने किया।

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के दस साल के कार्यकाल में हुए ऐतिहासिक कामों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने नई संसद बनाई, कर्तव्य पथ बनाया और चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सारे संसार में पहली बार हमारे चंद्रयान को उतारकर शिव शक्ति पॉइंट बनाने का काम किया है। पीएम मोदी ने देश के करोड़ों गरीबों के लिए बड़े काम किए। कश्मीर से धारा 370 खत्म करके आतंकवाद पर लगाम लगाने का काम किया गया। राहुल गांधी डराते थे और कहते थे कि धारा 370 हटाने पर खून की नदियां बह जाएंगी। धारा 370 खत्म किए पांच साल हो गए, खून की नदियां तो छोड़ो कंकड़ चलाने की भी हिम्मत नहीं है।

उन्होंने कहा कि 70 साल तक कांग्रेस पार्टी राम मंदिर के मुद्दे को अटकाती, लटकाती और भटकाती रही। नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने तो पहले सुप्रीम कोर्ट में केस जीता गया। फिर, भूमि पूजन के बाद प्राण प्रतिष्ठा किया गया। सोनिया गांधी, राहुल गांधी को निमंत्रण मिला मगर रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने की फुर्सत नहीं मिली।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने गुना के विकास में सिंधिया राजघराने के योगदान को याद किया। साथ ही गुना के सांसद केपी यादव का टिकट काटकर सिंधिया को उम्मीदवार बनाए जाने पर उन्होंने भरोसा दिलाया है कि पार्टी केपी यादव की चिंता करेगी।

आईएएनएस
गुना


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