राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रांत प्रचारकों की तीन दिवसीय वार्षिक बैठक शुक्रवार को रांची में शुरू हुई, जिसमें संगठनात्मक विस्तार, आगामी शताब्दी वर्ष समारोह और अन्य मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
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संगठन के एक पदाधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, महासचिव दत्तात्रेय होसबोले, राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और सभी प्रांत प्रचारक सहित संघ के शीर्ष नेता भाग ले रहे हैं।
पूरे भारत के लिए आरएसएस के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने 10 जुलाई को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था, ‘‘वर्तमान में, देशभर में 73,000 शाखाएं हैं, तथा पूरे देश में प्रत्येक ‘मंडल’ (10-15 गांवों का समूह) में कम से कम एक शाखा स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।’’
बैठक के दौरान आरएसएस के आगामी शताब्दी वर्ष (2025-26) समारोह पर भी चर्चा होगी। पदाधिकारी ने बताया कि 2025 में विजयादशमी पर संगठन 100 साल पूरे करेगा।
बैठक में वर्ष 2024-25 के लिए भागवत और अन्य पदाधिकारियों की यात्रा योजनाओं के साथ-साथ आगामी वर्ष के लिए विभिन्न संगठनात्मक योजनाओं के कार्यान्वयन पर भी चर्चा की जाएगी।
संघ के 46 संगठनात्मक प्रांतों की देखरेख करने वाले प्रांत प्रचारक, पूर्णकालिक आरएसएस कार्यकर्ता हैं जो कि चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं। बैठक 14 जुलाई की शाम को संपन्न होगी।