सवा साल में नक्सलमुक्त होगा देश, नक्सली आत्मसमर्पण करें या कड़ी कार्रवाई के लिए रहें तैयार, बोले अमित शाह

Last Updated 16 Dec 2024 08:08:57 AM IST

केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस बल देश के सर्वश्रेष्ठ और बहादुर पुलिस बलों में से एक बनकर उभरा है।


केंद्र और राज्य सरकार छत्तीसगढ़ और देश को नक्सलमुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ और देश से नक्सलवाद का पूर्णत: खात्मा हो जाएगा।

वहीं दूसरी ओर जगदलपुर में केंद्रीय गृह मंत्री ने नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्य धारा में शामिल होने की अपील की।

नक्सलियो को शाह की चेतावनी

उन्होंने साथ ही चेतावनी दी कि ऐसा नहीं करने पर उन्हें सुरक्षा बलों की कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। साथ में उन्होंने नक्सलवादियों ने अपील करते कहा कि वे आगे आएं हथियार छोड़ दें, आत्मसमर्पण करें और मुख्य धारा में शामिल हों। आपका पुनर्वास हमारी जिम्मेवारी है।

छत्तीसगढ़ पुलिस को 'पुलिस कलर्स अवार्ड-2024'

इसके पूर्व आज रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित बेहद गरिमामय कार्यक्रम में राज्य की पुलिस को राष्ट्रपति निशान (पुलिस कलर्स अवार्ड-2024) सौंपते हुए गृह मंत्री ने भाषण में यह कहा। विगत 24 वर्षो में छत्तीसगढ़ पुलिस की असाधारण सेवाओं, बहादुरी और कर्तव्यपरायणता के लिए राज्य को यह सम्मान मिला है। छत्तीसगढ़ यह सम्मान हासिल करने वाला देश का सबसे युवा राज्य है, जिसने अपने गठन के मात्र 24 वर्षो में ही यह उपलब्धि हासिल की है।

गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि राष्ट्रपति का पुलिस कलर्स अवार्ड पुलिस बल के लिए प्रेरणा का सोत बनेगा, उनका हौसला और मनोबल बढ़ाएगा। छत्तीसगढ़ की पुलिस नक्सलियों के ताबूत में आखिरी कील ठोंकने की तैयारी में है। यहां की पुलिस ने कानून-व्यवस्था और नक्सल मोर्च के साथ ही कोरोना महामारी में भी बहुत अच्छा काम किया है।

उन्होंने नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्य धारा में लौटने की अपील की।  शाह ने समारोह में देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को आज उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में पिरोने का जो कार्य किया, उसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद-370 को हटाकर और मजबूत किया है।   

हिंसा का रास्ता छोड़ने वाले नक्सलियों को 10 हजार रुपए प्रतिमाह स्टाइपेंड

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों और अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान न केवल पुलिस बल के मनोबल को बढ़ाएगा, बल्कि उन्हें और अधिक उत्साह के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा। भारत सरकार की नीति के अनुरूप हिंसा का रास्ता छोड़ आत्मसमर्पण करने वालों को तत्काल ट्रांजिट कैम्प में रखने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही उन्हें तीन साल तक 10 हजार रुपए प्रतिमाह स्टाइपेंड के तौर पर देने की व्यवस्था की गई है। उनके कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।

साय ने कहा कि पुनर्वास नीति के तहत 5 लाख या उससे अधिक के इनामी माओवादी के आत्मसमर्पण करने पर उन्हें आवास हेतु शहरी क्षेत्र में अधिकतम 4 डिसमिल जमीन या ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतम 1 हेक्टेयर कृषि भूमि दिए जाने का प्रावधान किया गया है। प्रदेश के आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और उन्हें सुरक्षित जीवन प्रदान करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार द्वारा इनके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 15,000 पक्के आवास स्वीकृत किए गए हैं।

उप मुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री विजय शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रपति पुलिस निशान का यह अलंकरण नई ऊर्जा और उत्साह के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा। 

समयलाइव डेस्क
रायपुर


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