Chhattisgarh देश के विकास का पावर हाउस : PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ को रेल परियोजनाओं की सौगात देते हुए राज्य में विकास की दिशा में बढ़ाए जा रहे कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ हमारे लिए देश के विकास के पावर हाउस की तरह है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आज छत्तीसगढ़ विकास की दिशा में एक और बड़ा कदम उठा रहा है। आज छत्तीसगढ़ को 6400 करोड़ रुपए से अधिक की रेल परियोजनाओं का उपहार मिल रहा है। छत्तीसगढ़ का सामर्थ्य ऊर्जा उत्पादन में बढ़ाने के लिए, स्वास्थ्य के क्षेत्र में और सुधार के लिए भी आज नई योजनाओं का शुभारंभ हुआ है। आज यहां सिकल सेल काउंसलिंग कार्ड्स भी बांटे गए हैं।
उन्होंने आगे कहा, छत्तीसगढ़ हमारे लिए देश के विकास के पावर हाउस की तरह है और देश को भी आगे बढ़ने की ऊर्जा तभी मिलेगी, जब उसके पावर हाउस अपनी पूरी ताकत से काम करेंगे। इसी सोच के साथ बीते नौ वर्षों में हमने छत्तीसगढ़ के बहुमुखी विकास के लिए निरंतर काम किया है। उस विज़न का, उन नीतियों का परिणाम आज हमें यहां दिख रहा है।
आज छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार द्वारा हर क्षेत्र में बड़ी योजनाएं पूरी की जा रही हैं, नई-नई परियोजनाओं की नींव रखी जा रही है।
प्रधानमंत्री ने रायपुर के प्रवास का जिक्र करते हुए कहा, आपको याद होगा, अभी जुलाई में ही मैं विकास परियोजनाओं के लिए रायपुर आया था तब मुझे विशाखापट्टनम से रायपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर और रायपुर-धनबाद इकोनॉमिक कॉरिडोर जैसी परियोजनाओं के शिलान्यास का सौभाग्य मिला था।
कई अहम नेशनल हाइवेज का उपहार भी आपके राज्य को मिला था। आज छत्तीसगढ़ के रेल नेटवर्क के विकास का एक नया अध्याय लिखा जा रहा है। इस रेल नेटवर्क से बिलासपुर-मुंबई रेल लाइन के झारसुगुड़ा-बिलासपुर सेक्शन की व्यस्तता कम होगी।
इसी तरह जो अन्य रेल लाइनें शुरू हो रही हैं, रेल कॉरिडोर बन रहे हैं, वो छत्तीसगढ़ के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई देंगे। जब इन रूट्स पर काम पूरा होगा तो इससे छत्तीसगढ़ के लोगों को तो सुविधा होगी ही, साथ ही यहां रोजगार और आमदनी के नए-नए अवसर भी पैदा होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, केंद्र सरकार के आज के प्रयासों से, देश के पावर हाउस के रूप में छत्तीसगढ़ की ताकत भी कई गुना बढ़ती जा रही है। कोल फील्ड्स से पावर प्लांट्स तक कोयला पहुंचाने में लागत भी कम होगी और समय भी कम लगेगा। कम कीमत पर ज्यादा से ज्यादा बिजली बनाने के लिए सरकार पिट हेड थर्मल पावर प्लांट भी बना रही है।
तलाईपल्ली खदान को जोड़ने के लिए 65 किलोमीटर की मैरी-गो राउंड प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन हुआ है। आने वाले समय में देश में ऐसे प्रोजेक्ट्स की संख्या और बढ़ेगी, और इसका लाभ छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों को सबसे ज्यादा मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, हमें अमृत काल के अगले 25 वर्षों में अपने देश को विकसित बनाना है। ये काम तभी पूरा होगा, जब विकास में हर एक देशवासी की बराबर भागीदारी होगी। हमें देश की ऊर्जा जरूरतों को भी पूरा करना है, और अपने पर्यावरण की भी चिंता करनी है। इसी सोच के साथ सूरजपुर जिले में बंद पड़ी कोयला खदान को विकसित किया गया है।
कोरबा क्षेत्र में भी इसी तरह के ईको पार्क विकसित करने का काम किया जा रहा है। आज खदानों से निकले पानी से हजारों लोगों को सिंचाई और पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इन सभी प्रयासों का सीधा लाभ क्षेत्र के जनजातीय समाज के लोगों को होगा।
प्रधानमंत्री ने सिकल सेल के कार्ड का भी वितरण किया और कहा, यह विशेषकर जनजातीय समाज के लिए एक बहुत बड़ा सेवा का काम है। सिकल सेल एनीमिया से सबसे ज्यादा आदिवासी भाई-बहन ही प्रभावित होते हैं। हम सब मिलकर सही जानकारी के साथ इस बीमारी को नियंत्रित कर सकते हैं। हमें ‘सबका साथ, सबका विकास’ के संकल्प से आगे बढ़ना है।
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