बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को ग्रामीण कार्य विभाग की 8,837.77 करोड़ रुपए लागत की 6,199 योजनाओं का रिमोट के माध्यम से कार्यारंभ एवं उद्घाटन कर प्रदेश की जनता को बड़ा तोहफा दिया।
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इसके तहत 6,509.93 करोड़ रुपए की 4,390 योजनाओं का कार्यारंभ तथा 2,327.84 करोड़ रुपए की 1,809 योजनाओं का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अत्यंत खुशी की बात है कि ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा कई पथों एवं पुलों का उद्घाटन के साथ-साथ शिलान्यास किया गया है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन और सुगम होगा।
उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि जिन योजनाओं का कार्यारंभ किया गया है, उन सभी पथों एवं पुलों का निर्माण गुणवत्तापूर्ण तरीके से ससमय पूर्ण कर लिया जाएगा। वैसे सभी पथों एवं पुलों, जिनका उद्घाटन किया जा रहा है, उन सभी पथों का नियमित निरीक्षण करते हुए उनका मेंटेनेंस भी किया जाएगा, जिससे उसकी गुणवत्ता बनी रहे। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग के पदाधिकारियों को विभाग के अन्य सभी पथों एवं पुलों की सतत निगरानी करते हुए उनका नियमित मेंटेनेंस भी करने का निर्देश दिया।
उद्घाटन की गई योजनाओं के तहत मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना अंतर्गत 983 करोड़ रुपए की लागत से 763 पथों एवं 4 पुलों का निर्माण किया गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम अंतर्गत 1,113 करोड़ रुपए की लागत से 972 पथों की मरम्मत कराई गई है। मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना अंतर्गत 92 करोड़ रुपए की लागत से 33 पथों का उन्नयन शामिल है। इसमें राज्य योजना अंतर्गत 139 करोड़ रुपए की लागत से 5 पथ भी शामिल हैं। जिन योजनाओं की शुरुआत हुई है, उसमें मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना अंतर्गत 1,824 करोड़ रुपए की लागत से 1,472 पथ एवं पांच पुलों का निर्माण किया जाना है। जबकि, मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम अंतर्गत 2,350 करोड़ रुपए की लागत से 2.306 पथों की मरम्मत होगी।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना अंतर्गत 1,739 करोड़ रुपए की लागत से 442 पथों एवं एक पुल का उन्नयन का कार्य कराया जाना है तथा राज्य योजना अंतर्गत 597 करोड़ रुपए की लागत से 30 पथों एवं 139 पुलों का निर्माण होगा। इस कार्यक्रम में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार सहित कई नेता और अधिकारी उपस्थित रहे।
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