चिराग जो फैसला लेंगे, हम उनके साथ : रामविलास पासवान
केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संरक्षक राम विलास पासवान ने गुरुवार को यहां कहा कि बतौर पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान पार्टी के लिए कोई भी फैसला लेने को स्वतंत्र हैं, और इस मामले में वह कोई हस्तक्षेप नहीं करते हैं।
लोजपा के संरक्षक राम विलास पासवान |
पासवान हालांकि इस तरह के बयान आमतौर पर देते रहे हैं, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक के तौर पर लोजपा और जनता दल (यूनाइटेड) के बीच हाल में आई कड़वाहट को देखते हुए केंद्रीय मंत्री के इस बयान से कई सवाल पैदा होते हैं। खासतौर से बिहार विधानसभा चुनाव के पहले लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच तल्खी से राजग में लोजपा के बने रहने को लेकर सवाल पैदा होने लगे हैं।
रामविलास पासवान ने यहां एक प्रेसवार्ता के दौरान कुछ ऐसी ही कयासबाजी को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि पार्टी के मामले में बतौर अध्यक्ष चिराग पासवान फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि चिराग पासवान जो भी फैसला लेंगे, उसमें वह साथ होंगे।
इससे पहले पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मंत्री के तौर पर उनकी प्रतिबद्धता प्रधानमंत्री के प्रति है। पासवान ने कहा कि वह सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ते आए हैं और कोरोना काल में केंद्र सरकार देश के 81 करोड़ गरीबों को मुफ्त अनाज बांट रही है। उन्होंने कहा कि आज ये 81 करोड़ गरीब जनता प्रधानमंत्री के साथ है।
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त अनाज वितरण को पांच महीने आगे बढ़ाते हुए नवंबर तक कर दिया है।
राजग से लोजपा के अलग होने की कयासबाजी को लेकर उनके मंत्री पद को लेकर पूछे गए सवाल पर रामविलास पासवान ने कहा कि वह खुद मंत्री नहीं बनकर चिराग पासवान को मंत्री के रूप में देखना चाहते थे। उन्होंने पिछले साल ही अपने पुत्र चिराग पासवान को पार्टी की कमान सौंपी थी।
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