राहुल ने नीतीश के बिना भी कांग्रेस को तैयार रहने को कहा
कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी कहा कि कांग्रेस पार्टी को बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिना भी तैयार रहने को कहा है.
राहुल गांधी (फाइल फोटो) |
बिहार में बेशक लोकसभा चुनाव में मुकाबला नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के बीच होना हो पर कांग्रेस इस बात की कोशिश कर रही है कि आठ-दस सीटें उसे अवश्य मिल जाएं. राज्य में कांग्रेस इस उम्मीद में ठंडी पड़ी थी कि नीतीश कुमार के कंधे पर सवार होकर चुनाव लड़ा जाएगा पर राहुल गांधी ने अब कह दिया है कि कांग्रेस अपने बूते वहां लोकसभा चुनाव की तैयारी करे. पार्टी में जान फूंकने के लिए राहुल भी बिहार का दौरा करेंगे. बताया जा रहा है कि रेलवे के कुछ प्रोजेक्ट के उद्घाटन के बहाने वह बिहार जाएंगे.
बताया जा रहा है कि हाईकमान ने बिहार इकाई को कह दिया है कि नीतीश कुमार से समझौता होगा तो यह चुनाव से ठीक पहले होगा लिहाजा तब तक कांग्रेस को हाथ पर हाथ धरकर बैठने की जरूरत नहीं है. यही वजह है कि राहुल गांधी के कहने पर कांग्रेस की बिहार इकाई ने सभी जिलों में पदयात्रा का कार्यक्रम बनाया है.
राहुल गांधी को लगता है कि नीतीश-मोदी ध्रुवीकरण के बावजूद नई पीढ़ी के बीच कांग्रेस के लिए सोशल इंजीनियरिंग के जरिए अपनी पैठ बनाने की अभी भी गुंजाइश है. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने राष्ट्रीय सहारा से कहा कि कांग्रेस लोकसभा की सभी सीटों पर युवाओं से निकट का संवाद बनाने में जुटी है. उन्होंने कहा कि चुनावी गठबंधन किस से होगा और कब होगा, इसकी तरफ बिहार कांग्रेस जरा भी नहीं सोच रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में असर रखने वाले किसी भी दल ने युवाओं की परवाह नहीं की है और यह युवा राहुल गांधी की वजह से कांग्रेस से बड़ी उम्मीद लगाए हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के युवा को कांग्रेस पूरी तरजीह देगी और उसकी आवाज को अपनी आवाज बनाएगी.
जब उनसे पूछा गया कि नीतीश कुमार के खिलाफ कांग्रेस नरम है तो उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है, कांग्रेस राज्य में विरोध प्रदर्शन भी कर रही है. पूछने पर उन्होंने यह भी बताया कि राहुल गांधी भी बिहार का दौरा करेंगे और यह दौरा नवम्बर में हो सकता है.
गौरतलब है कि बिहार में कांग्रेस की हालत उत्तर प्रदेश से भी ज्यादा खराब है लेकिन राहुल का एक ही फरमान है कि बिहार जैसे बड़े प्रदेश में पार्टी का लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन सुधरना चाहिए. प्रदर्शन सुधारने के लिए राहुल गांधी ने बिहार में प्रभारी (सीपी जोशी)और अध्यक्ष दोनों अपनी पसंद के नेताओं को बनाया है.
अध्यक्ष के तौर पर अशोक चौधरी के खिलाफ सारे विरोध को नजरंदाज करके उन्हें अध्यक्ष बनाया है. राहुल बिहार में बहुत ज्यादा उलटफेर की बात नहीं कर रहे हैं पर उनका पार्टी के नेताओं को यह अवश्य कहना है कि राज्य में संगठन की खामियों को जरूर दुरुस्त किया जाए ताकि पार्टी देर से ही सही पर कभी न कभी अपने पैरों पर तो खड़ी हो सके.
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