दिल्ली के पुरुष,महिलाएं सबसे ज्यादा सशक्त
Last Updated 22 Jan 2010 05:51:47 PM IST
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नयी दिल्ली। आर्थिक, राजनीतिक व निर्णय लेने के स्तर पर देश के अन्य हिस्सों की अपेक्षा दिल्ली के पुरुष व महिलाएं ज्यादा सशक्त हैं। यह बात महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में कही गई है ।
अध्ययन के मुताबिक 'लिंग सशक्तिकरण उपाय' (जीईएम) में दिल्ली को सर्वोच्च स्थान मिला है। वर्ष 1996 में दिल्ली 0.479 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर थी। वर्ष 2006 में उसे 0.564 अंक मिले।
जीईएम सूचकांक के आधार पर महिलाओं और पुरुषों की आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रियता से हिस्सेदारी और आर्थिक संसाधनों पर उनकी पकड़ का आंकलन किया जाता है।
'जेंडरिंग ह्यूमन डेवलपमेंट इंडाइसेज: रीकास्टिंग द जेंडर डेवलपमेंट इंडेक्स एंड जेंडर एम्पॉवरमेंट मेजर फॉर इंडिया' शीर्षक से प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 1996 में भारत का कुल जीईएम 0.416 रहा था जबकि वर्ष 2006 में यह बढ़कर 0.497 हो गया था। इस प्रकार यह आंकड़ा भारत में सशक्तिकरण में वृद्धि को दर्शाता है।
इस दौरान 13 राज्यों के सशक्तिकरण सूचकांक में सुधार हुआ है। इनमें अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पुड्डुचेरी, सिक्किम, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, झारखण्ड और उत्तराखण्ड शामिल हैं।
वर्ष 1996 से 2006 के दौरान जम्मू एवं कश्मीर, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडू, त्रिपुरा और चण्डीगढ़ के सशक्तिकरण सूचकांक में गिरावट आई है।
नागालैंड में सशक्तिकरण सबसे कम हुआ है। वर्ष 1996 में यहां का जीईएम आंकड़ा 0.165 और 2006 में 0.289 था।
'यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम' (यूएनडीपी) के सहयोग से 'इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन' (आईआईपीपी) ने यह रिपोर्ट तैयार की है।
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