Ramlala Pran Pratishtha: प्राण प्रतिष्ठा के वेद मंत्रों की गूंज से आह्लादित हुई अयोध्या
रामनगरी के मंदिरों में घंटा-घड़ियाल की गूंज के साथ ‘श्रीरामचंद्र कृपालु भज मन हरण भव भय दारुणम’ की स्तुति से अयोध्या भक्तिरस में हिलोरे मार रही है।
प्राण प्रतिष्ठा के वेद मंत्रों की गूंज से आह्लादित हुई अयोध्या |
प्राण प्रतिष्ठा के वेद मंत्रों के सस्वर वाचन आज दूसरे दिन गूंजता रहा, जो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या के महात्मय को बयां कर रहा था।
अयोध्या धर्म का मर्म समझाने को पग-पग पर अपनी छाप छोड़ रही है। मंदिरों में विराजमान श्रीरामलला व माता जानकी के पूजन-अर्चन के साथ स्तुति से अयोध्या का धार्मिक स्वरूप अपने उत्कर्ष पर पहुंच गया है। मठ-मंदिरों की नगरी में प्राण प्रतिष्ठा का उल्लास झलक रहा है।
धार्मिक आयोजन व अनुष्ठानों से निकलते मंत्रों की गूंज व हवन के आहुति की सुगंध वातावरण को भक्तिमय बनाए हुए है। श्रीराम जन्मभूमि के निकट मंदिरों में हो रहे अनुष्ठानों से दूर-दराज से अयोध्या पहुंच रहे श्रद्धालुओं को आकषिर्त कर रहा है।
मंदिरों के गढ़ रामकोट में हनुमानगढ़ी से प्रवेश के साथ अयोध्या की ऐतिहासिकता कदम-कदम पर दिखती है।
भरतमिलाप मंदिर, दशरथ महल बड़ा स्थान, लश्करी मंदिर, अमावाराम मंदिर, रामनिवास मंदिर, छविनाथ मंदिर, रामकचेहरी चारों धाम, लवकुश मंदिर वाल्मीकि मंदिर, बरेली मंदिर, प्राचीन जगन्नाथ मंदिर, श्रीश्रृंगेरीशंकर मठ, रंगमहल, श्रृंगारभवन, रामलला देवस्थान, नया आनंदभवन, रत्नसिंहासन, सीताराम राजमहल, रामझरोखा मंदिर में विविध धार्मिक आयोजनों का दौर शुरू हो गया है।
पूजन-अर्चन के बाद आरती के साथ श्रीराम की स्तुति हो रही है। अयोध्या में प्रभु श्रीराम की मौजूदगी व उनके गर्भगृह में विराजमान होने के लिए शुरू किए गए प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के वेद मंत्रों के सस्वर वाचन से श्रीराम की महिमा का गुणगान हो रहा है।
अयोध्या पहुंचकर श्रद्धालु मगन हो रहे हैं। श्रीश्रृंगेरी शंकर मठ सुंदरसदन के आगे स्थित कैकेई कोपभवन परिसर में हो रहे प्राण प्रतिष्ठा के मंत्रों के सस्वर वाचन को सुनने के लिए श्रद्धालु रंगमहल बैरियर पर जमा रहे।
सुबह नौ से 12.30 बजे तक होने वाले प्रथम सत्र के अनुष्ठान में बैरियर पर श्रद्धालुओं मौजूदगी रही।
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