पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार के उठाए सख्त कदमों के बाद शुक्रवार को कई पाकिस्तानी पर्यटक अटारी-वाघा सीमा से अपने देश जाते देखे गए।
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अटारी के एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) पर बीएसएफ के जवान पाकिस्तानी नागरिकों के पासपोर्ट की सख्ती से जांच कर रहे हैं। पूरी जांच के बाद ही उन्हें अपने वाहनों के साथ सुरक्षा बैरिकेड के पार जाने दिया जा रहा है।
अचानक हुए इस घटनाक्रम के बाद अटारी-वाघा सीमा पर कई पाकिस्तानी पर्यटक जुट गए। वे हालात को समझने और मदद पाने की कोशिश कर रहे थे।
अटारी सीमा पर एक पाकिस्तानी पर्यटक ने कहा, "मेरे माता-पिता यहां हैं और मुझे दुख है कि मुझे इतनी जल्दी वापस जाना पड़ रहा है।"
एक और पर्यटक ने भावुक होते हुए कहा, "हमें पिछली रात बताया गया कि अब आपको भारत छोड़ना होगा। चाहे हम हिंदू हों या मुस्लिम, हम सब भाई हैं।"
अपने बच्चे के साथ पाकिस्तान लौटने की कोशिश कर रही एक महिला ने कहा, "मैं अपने माता-पिता से मिलने भारत आई थी और अब वापस पाकिस्तान जाना चाहती हूं। मेरा बच्चा पाकिस्तानी है और उसका पासपोर्ट भी पाकिस्तानी है, जबकि मेरा पासपोर्ट भारतीय है। मेरी शादी पाकिस्तान में हुई है। मैं सरकार से गुज़ारिश करती हूं कि मुझे मेरे भारतीय पासपोर्ट पर जाने दिया जाए।"
इस बीच, एक भारतीय नागरिक ने अपनी पत्नी के लिए चिंता जताते हुए कहा, "मेरी पत्नी पाकिस्तान घूमने गई थी। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि मुझे उसे वापस लाने के लिए यहां आना पड़ा। भारत सरकार ने मार्ग बंद करने का फैसला किया।"
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने गुरुवार को पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं तत्काल प्रभआव से निलंबित करने का निर्णय लिया है।
भारत की ओर से पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी मौजूदा वैध वीजा 27 अप्रैल 2025 से रद्द कर दिए जाएंगे।
पाकिस्तानी नागरिकों को जारी मेडिकल वीजा केवल 29 अप्रैल 2025 तक वैध होंगे। वर्तमान में भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को, वीजा अवधि की समाप्ति से पहले भारत छोड़ना होगा।
भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा करने से बचने की सख्त सलाह दी जाती है। वर्तमान में पाकिस्तान में मौजूद भारतीय नागरिकों को भी जल्द से जल्द भारत लौटने की सलाह दी गई।
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