Amir of Qatar: हैदराबाद हाउस में PM मोदी और कतर के अमीर के बीच हुई मुलाकात, कई अहम मुद्दों पर बनी सहमति
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से हैदराबाद हाउस में मुलाकात की।
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भारत और कतर ने मंगलवार को दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी की स्थापना पर एक समझौते का आदान-प्रदान किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-सानी की मौजूदगी में दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया गया।
कतर के अमीर दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर सोमवार शाम यहां पहुंचे। विदेश मंत्रालय ने पहले कहा था कि उनकी यात्रा ‘‘हमारी बढ़ती बहुमुखी साझेदारी को और गति प्रदान करेगी’’।
प्रधानमंत्री मोदी और कतर के अमीर ने हैदराबाद हाउस में कई द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की।
कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जासिम अल सानी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने समझौते का आदान-प्रदान किया।
हैदराबाद हाउस में आयोजित समारोह में घोषणा की गई कि भारत और कतर के बीच दोहरे कराधान से बचने और आय पर करों के संबंध में राजकोषीय चोरी की रोकथाम के लिए एक संशोधित समझौते का भी आदान-प्रदान किया गया।
कतर के प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने समझौते का आदान-प्रदान किया।
इससे पहले, कतर के अमीर को राष्ट्रपति भवन में ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया तथा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी भी मौजूद थे।
विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी का गर्मजोशी से स्वागत किया। यह भारत-कतर की विशेष साझेदारी में एक नया मील का पत्थर है।’’
मोदी ने सोमवार शाम को कतर के अमीर का हवाई अड्डे पर स्वागत किया था।
प्रधानमंत्री ने सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘अपने भाई, कतर के अमीर एच एच शेख तमीम बिन हमद अल थानी का स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे गया। भारत में उनके सफल प्रवास की कामना करता हूं और कल हमारी होने वाली बैठक को लेकर उत्सुक हूं।’’
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि कतर के अमीर की यात्रा ‘‘हमारी बढ़ती बहुमुखी साझेदारी को और गति प्रदान करेगी।’’
कतर के अमीर दो दिवसीय राजकीय दौरे पर भारत आए हैं। उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है, जिसमें मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल शामिल है। इससे पहले वे मार्च 2015 में राजकीय दौरे पर भारत आए थे।
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