भारतीय वायुसेना के विमान गणतंत्र दिवस पर साहसिक फ्लाई पास्ट करते दिखाई देंगे। इस साल गणतंत्र दिवस पर फ्लाईपास्ट में 22 लड़ाकू विमान, 11 परिवहन विमान और सात हेलीकॉप्टर समेत कुल 40 विमान हिस्सा लेंगे।
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ये विमान वायुसेना के 10 अलग-अलग ठिकानों से उड़ान भरेंगे। गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले विमान कुल 12 अलग-अलग फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे। हालांकि इस साल तेजस विमान और एएलएच गणतंत्र दिवस फ्लाई पास्ट में हिस्सा नहीं लेंगे।
गणतंत्र दिवस समारोह में भारतीय वायुसेना के फ्लाई पास्ट के दौरान पहला फॉर्मेशन ध्वज होगा। इसके अलावा अजय, सतलुज, कटार, बाज, रक्षक, अर्जुन, वरुण, नेत्र और भीम फॉर्मेशन भी आसमान में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान वायुसेना के लड़ाकू विमानों द्वारा बनाए जाएंगे। भारतीय वायुसेना ने बताया कि 5 जगुआर विमान एरो फॉर्मेशन बनाएंगे। 6 राफेल लड़ाकू विमानों द्वारा वज्रंग फॉर्मेशन बनाया जाएगा। सुखोई लड़ाकू विमान त्रिशूल फॉर्मेशन बनाएंगे। अंत में राफेल लड़ाकू विमान वर्टिकल चार्ली के लिए आएंगे।
विंग कमांडर मनीष शर्मा ने बताया कि भारतीय वायुसेना के सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू पायलट इस फ्लाई पास्ट में भाग लेंगे। गणतंत्र दिवस परेड 'कर्तव्य पथ' पर ध्वजारोहण समारोह के बाद शुरू होगी। राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्रपति सलामी लेंगी। इस वर्ष भारतीय वायुसेना के मार्चिंग दस्ते में चार अधिकारी (एक टुकड़ी कमांडर और तीन अतिरिक्त अधिकारी) और 144 वायुसैनिक शामिल हैं।
टुकड़ी कमांडर स्क्वाड्रन लीडर महेंद्र सिंह होंगे, जबकि फ्लाइट लेफ्टिनेंट दामिनी देशमुख, फ्लाइट लेफ्टिनेंट नेपो मोइरंगथेम, अभिनव घोष अतिरिक्त अधिकारी होंगे। वायुसेना की टुकड़ी 12 बाई 12 की संरचना में भारतीय वायुसेना बैंड द्वारा बजाई गई धुनों पर मार्च करेगी। राष्ट्रपति के मंच को पार करते समय बैंड 'साउंड बैरियर' धुन बजाएगा। गणतंत्र दिवस समारोह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में श्रद्धांजलि समारोह के साथ शुरू होता है, जिसमें प्रधानमंत्री पुष्पांजलि अर्पित करते हैं।
भारतीय वायुसेना के इनर गार्ड में एक सार्जेंट और छह कॉरपोरल और उससे नीचे के अधिकारी शामिल होंगे। गणतंत्र दिवस परेड के बाद 29 जनवरी को विजय चौक पर बीटिंग द रिट्रीट समारोह आयोजित किया जाएगा। 121 संगीतकारों वाला वायुसेना का बैंड यहां यादगार धुनें प्रस्तुत करेगा।
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