मोइनुद्दीन चिश्ती की अजमेर दरगाह पर PM मोदी ने भेजी खास चादर, हाजी सलमान चिश्ती ने कहा- देशवासियों को एकता का तोहफा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के ‘उर्स’ के मौके पर लोगों को मुबारकबाद दी।
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उन्होंने केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू को एक ‘चादर’ भी सौंपी, जिसे उनकी तरफ से अजमेर में सूफी संत की प्रसिद्ध दरगाह पर चढ़ाया जाएगा।
वहीं प्रधानमंत्री मोदी के गुरुवार को अजमेर शरीफ दरगाह पर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के मौके पर एक चादर पेश करने पर चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन हाजी सलमान चिश्ती ने स्वागत किया। उन्होंने कहा पीएम मोदी की चादर 140 करोड़ देशवासियों को एकता का तोहफा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के अवसर पर मुबारकबाद. यह अवसर सभी के जीवन में खुशहाली और शांति लाए।”
वहीं, रिजिजू ने ‘एक्स’ पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें मोदी उन्हें एवं भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दिकी को अजमेर दरगाह के लिए चादर देते नजर आ रहे हैं।
रिजिजू ने लिखा, “यह भाव भारत की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत और सद्भाव एवं करुणा के स्थायी संदेश के लिए उनके (मोदी) गहरे सम्मान को दर्शाता है.” सूफी संत की पुण्य तिथि के उपलक्ष्य में अजमेर में उनकी दरगाह पर हर साल उर्स आयोजित किया जाता है।
अजमेर शरीफ में पीएम मोदी का चादर पेश करना देशवासियों को एकता का तोहफा : हाजी सलमान चिश्ती
दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ख्वाजा गरीब नवाज के सालाना 813 वें उर्स के मुबारक मौके पर केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू को चादर सौंपे जाने पर हाजी सलमान चिश्ती ने कहा कि "प्रधानमंत्री की तरफ से जो चादर भेजी गई है, वो देश के 140 करोड़ देशवासियों को मोहब्बत, अमन और एकता का एक तोहफा है।"
हाजी सलमान चिश्ती ने कहा कि "पीएम मोदी का चादर पेश करना बहुत ही खुशी की बात है। पिछले 10 सालों से पीएम मोदी अजमेर दरगाह के उर्स के पर देशवासियों अमन, प्यार, मोहब्बत और एकता का एक संदेश देते है और एक चादर जिसको गिलाफ मुबारक कहा जाता है, वह पेश करते है।"
हाजी सलमान चिश्ती ने आगे कहा कि "आज दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने निवास पर यह चादर मंत्री किरण रिजिजू को सौंपी। 4 जनवरी को अजमेर शरीफ में मंत्री किरण रिजिजू वह चादर पेश करेंगे, उसका हम स्वागत करते है। भारत के कोने-कोने से यहां श्रद्धालु आ रहे है, यह अपने आप में बड़ा पैगाम है । पीएम मोदी का आध्यात्मिक रुझान और लगाव है।"
उन्होंने आगे कहा कि "जो लोग नफरत और तोड़ने की बात करते है उनके लिए भी एक बड़ा सख्त संदेश है । जिस तरह मोहन भागवत ने भी कुछ दिन पहले अपने बयान में कहा था कि एकता की बात करें, लोगों को जोड़ने की बात करें। आरएसएस प्रमुख के इस बयान का भी हम स्वागत करते हैं।"
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी अजमेर दरगाह के लिए हर साल चादर भेजते रहे हैं। हाल में एक हिंदू संगठन ने सूफी दरगाह के नीचे एक मंदिर होने का दावा करते हुए अदालत का रुख किया था, जिससे विवाद खड़ा हो गया था। हालांकि, उच्चतम न्यायालय ने देश के विभिन्न हिस्सों में दायर ऐसी याचिकाओं पर किसी भी अदालती कार्रवाई पर रोक लगा दी है।
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