QS World University Rankings : तीन IIM और ISB दुनिया के टॉप 100 में शामिल

Last Updated 26 Sep 2024 07:00:05 AM IST

QS World University Rankings : तीन भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB), हैदराबाद को बुधवार को घोषित क्यूएस रैंकिंग में अपने एमबीए पाठ्यक्रमों के लिए दुनिया के शीर्ष 100 संस्थानों में स्थान मिला है।


तीन IIM और ISB दुनिया के टॉप 100 में शामिल

तीन आईआईएम हैं-आईआईएम बैंगलोर, आईआईएम अहमदाबाद और आईआईएम कलकत्ता। साथ ही, तीनों प्रबंधन संस्थानों को रोजगार मुहैया कराने के लिए शीर्ष 50 में स्थान मिला है।

चौदह भारतीय पूर्णकालिक एमबीए कार्यक्रमों ने 2025 के लिए क्यूएस की वैश्विक सूची में स्थान हासिल किया है, जिसमें तीन नए संस्थान शामिल हैं। अमेरिका का स्टैनफोर्ड स्कूल ऑफ बिजनेस लगातार पांचवें वर्ष भी प्रबंधन स्थानों में शीर्ष स्थान पर बना हुआ है।

क्यूएस ग्लोबल एमबीए और बिजनेस मास्टर्स रैंकिंग 2025 के तहत 58 देशों और क्षेत्रों के 340 सर्वश्रेष्ठ वैश्विक एमबीए पाठ्यक्रम और मास्टर डिग्री का विश्लेषण किया गया है। इनमें प्रबंधन, वित्त, विपणन, बिजनेस एनालिटिक्स और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में मास्टर्स डिग्री शामिल हैं।

क्यूएस की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जेसिका टर्नर ने कहा, ये रैंकिंग वैश्विक व्यावसायिक शिक्षा परिदृश्य में करियर-उन्मुख छात्रों के लिए स्वतंत्र दृष्टिकोण प्रदान करती है। विस्तृत तुलनात्मक विश्लेषण प्रदान करके, ये रैंकिंग भावी छात्रों को उनके करियर लक्ष्यों के अनुरूप कार्यक्रमों के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद करती है।

उन्होंने कहा, चाहे उनका लक्ष्य कॉरपोरेट जगत में नेतृत्व करना हो, स्टार्ट-अप में नवाचार करना हो, या सार्वजनिक क्षेत्र में प्रभाव डालना हो, छात्र अपने पेशेवर पथ को आकार देने में इन अंतर्दृष्टियों का उपयोग कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, भारतीय संस्थान आज के जटिल और गतिशील व्यावसायिक वातावरण में काम करने के लिए तैयार प्रतिभाओं को आगे बढ़ा रहे हैं।

विशेष रूप से रोजगार और पूर्व छात्रों के प्रभाव के नजरिये से आईआईएम बैंगलोर, आईआईएम अहमदाबाद और आईआईएम कलकत्ता का मजबूत प्रदर्शन शीषर्-स्तरीय वैश्विक प्रतिभा को आकार देने की भारत की क्षमता को दर्शाता है।

टर्नर ने कहा, हालांकि, अंतरराष्ट्रीयकरण और लैंगिक विविधता से संबंधित मौजूदा चुनौतियां सुधार के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्र बने हुए हैं। इन अंतरालों को पाटना न केवल भारत के अग्रणी प्रबंधन स्थानों की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि अधिक समावेशी वातावरण को बढावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
 

भाषा
नई दिल्ली


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