कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में उठी राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग, AICC चीफ खड़गे ने कहा- जनता ने तानाशाही शक्तियों को दिया करारा जवाब
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस की शनिवार को सीडब्ल्यूसी(CWC) बैठक की हो रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने देश-भर में फैले कांग्रेस पार्टी के नेताओं और करोड़ों कार्यकर्ताओं का धन्यवाद दिया।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में उठी राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग |
देश में हुए 18वीं लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की पहली बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, खड़गे समेत सभी नेता पहुंचे। इस बैठक में मौजूद नेताओं ने राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग की।
बैनर पोस्टर लेकर उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में राहुल के नाम पर मोहर लगाने की बात की है।
इस बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता ने तानाशाही शक्तियों और संविधान विरोधी लोगों को करारा जवाब दिया है तथा भारतीय जनता पार्टी के 10 साल की विभाजनकारी, नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति को खारिज कर दिया।
खरगे ने पार्टी की विस्तारित कार्य समिति (CWC) की बैठक में अपने संबोधन में चुनाव में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन के लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा, ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के नेताओं तथा अपनी पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आभार जताया साथ ही कहा कि इस साल के अंत में विभिन्न राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में हर क़ीमत पर विरोधी दलों को परास्त कर अपनी सरकार बनानी है।
खरगे ने इस बात पर जोर भी दिया कि कांग्रेस संसद के भीतर और बाहर ‘इंडिया’ गठबंधन के अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर काम करती रहेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘जनता ने हम में विश्वास व्यक्त कर के तानाशाही शक्तियों और संविधान विरोधी ताक़तों को कड़ा जवाब दिया है। हिंदुस्तान के मतदाताओं ने भाजपा के 10 साल की विभाजनकारी, नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति को खारिज किया है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति पार्टी के सभी नव-निर्वाचित सदस्यों को बधाई देती है जिन्होंने विपरीत परस्तिथियों में चुनाव लड़कर जीत हासिल की।
उन्होंने कहा, ‘‘इस मौके पर मैं सोनिया गांधी जी को भी धन्यवाद देना चाहूंगा, जिन्होंने चुनाव की तैयारियों, गठबंधन की बैठकों में बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपने लंबे अनुभव के आधार पर हम सब का मार्गदर्शन किया। मैं लोगों के चहेते राहुल गांधी को भी बधाई देना चाहूगा, जिन्होंने संविधान, आर्थिक गैर बराबरी, बेरोजगारी और सामाजिक न्याय और सौहार्द जैसे मसलों को जन-जन का मुद्दा बना दिया।’’
खरगे के मुताबिक, राहुल गोधी के नेतृत्व में दो साल पहले निकाली गई चार हजार किलोमीटर लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और फिर 6,600 किलोमीटर लंबी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की मदद से कांग्रेस को जनता से जुड़ने और उनकी समस्याओं, सरोकारों और आकांक्षाओं को जानने में मदद मिली।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रियंका गांधी को खास तौर पर बधाई देना चाहूंगा जिन्होंने अमेठी औऱ रायबरेली के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में भी ज़ोरदार प्रचार किया। मैं कांग्रेस के अपने सभी वरिष्ठ सहयोगियों को धन्यवाद दूंगा जिन्होंने एक टीम की तरह काम किया।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हमें यह बात हमेशा याद रखनी है कि परिश्रम और संकल्प से हम बड़े से बड़े विरोधी को मात दे सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि जहां-जहां से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ गुज़री वहां पर कांग्रेस के वोट प्रतिशत और सीटों में बढ़ोतरी हुई।
खरगे ने कहा, ‘‘मणिपुर जहां से न्याय यात्रा शुरू हुई वहां हम दोनों सीटें जीते। नागालैंड, असम, मेघालय जैसे उत्तर-पूर्व के कई राज्यों में हमें सीटें मिली। महाराष्ट्र में हम सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे। देशभर में कांग्रेस पार्टी को लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए लोगों का अपार समर्थन मिला।’’
उनके अनुसार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी की सीटों में वृद्धि हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें आगे यह प्रयास करना है कि शहरी मतदाताओं के बीच हम अपना प्रभाव बनाए और इन इलाक़ों में भी पार्टी को मज़बूत करें।’’
खरगे ने कहा, ‘‘जहां हम कुछ राज्यों में कांग्रेस पार्टी के अच्छे प्रदर्शन पर खुश हैं, तो वहीं उन राज्यों पर भी खास तौर से गौर करना होगा, जहां कांग्रेस पार्टी की संभावनाओं और अपेक्षाओं के विपरीत परिणाम आए। जहां हमने विधानसभा में अच्छा प्रदर्शन कर सरकार बनाई लेकिन लोकसभा में उस प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाए।’’
उनके मुताबक, ‘‘इन सभी बातों पर हम जल्दी ही अलग से चर्चा करेंगे और जो तत्कालिक कदम उठाना होगा वो भी हम उठाएंगे।’’
खरगे ने ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी का आभार जताते हुए कहा, ‘‘इंडिया गठबंधन के साथियों के साथ हम संसद और संसद के बाहर एकजुट होकर और मिलकर काम करेंगे। जिन अहम मुद्दों पर हम चुनाव अभियान में गए वे आम जनता के सरोकार के मुद्दे हैं, इसलिए वे हमेशा हमारे ध्यान में रहेंगे। संसद औऱ संसद के बाहर जनता के इन सवालों को हम लगातार उठाते रहेंगे।’’
खरगे ने कहा, ‘‘हम जनमत को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। एक बड़े तबके ने हम पर भरोसा किया है। हम उनका भरोसा बरकरार रखने के लिए सभी संभव प्रयास करेंगे। हमें अनुशासित रहना है। हमें एकजुट रहना है।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘हमारा काम निरंतर जारी रहेगा, चाहे हम सत्ता में हो या नहीं। हमें 24 घंटे, 365 दिन लोगों के बीच रहना होगा, जनता के मुद्दों को उठाना होगा। कुछ महीनों में कुछ राज्यों के चुनाव होने है, हमें हर क़ीमत पर विरोधी दलों को परास्त कर अपनी सरकार बनानी है। लोग बदलाव चाहते है तो हमें उनकी ताक़त बनना होगा।’’
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