Farmers Protest: शंभू बॉर्डर पहुंचे हजारों किसान, उखाड़े सीमेंट के बेरिकेड, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
'दिल्ली चलो' मार्च के लिए पंजाब से हजारों किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। किसानों को शंभू बॉर्डर पर रोकने के लिए पुलिस की ओर से बैरिकेडिंग की गई है। जबकि किसानों का कहना है कि कोई भी बैरिकेडिंग उन्हें दिल्ली जाने से नहीं रोक सकती।
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किसानों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च में शामिल युवाओं के एक समूह ने मंगलवार को अंबाला में शंभू बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। कुछ किसानों ने ट्रैक्टर की मदद से सीमेंट के अवरोधक हटाने का प्रयास किया।
अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा पुलिस द्वारा बैरिकेड से दूर रहने की अपील के बावजूद, कई युवा पीछे नहीं हटे और बैरिकेड के ऊपर खड़े रहे।
#WATCH अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर फ्लाईओवर के सेफ्टी बैरियर को तोड़ा।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। pic.twitter.com/ejJvqZu6Ax
उन्होंने बताया कि जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने लोहे का बैरिकेड तोड़ दिया और उसे घग्गर नदी के पुल से नीचे फेंकने की कोशिश की, तो पुलिस ने आंसू गैस के कई गोले छोड़े।
रिपोर्ट के अनुसार, यहां तक कि प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागने के लिए ड्रोन भी तैनात किए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि जब करीब एक घंटे बाद बड़ी संख्या में किसान शंभू सीमा पर बैरिकेड के पास एकत्र हुए, तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए फिर से आंसू गैस के गोले छोड़े।
कुछ प्रदर्शनकारियों के पास के मैदान में घुसने के बाद पुलिस ने फिर से आंसू गैस के गोले दागे। बाद में पुलिस ने आंसू गैस का गोला गिराने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया।
आंसू गैस के गोले से निकलने वाले धुएं के प्रभाव से खुद को बचाने के लिए किसानों को गीले जूट के थैले इस्तेमाल करते देखा गया।
#WATCH भोपाल: युवा कांग्रेस के बेरोजगारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। pic.twitter.com/4a1s1yW4tt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
किसान अपनी प्रमुख मांगों में से एक के रूप में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून की मांग कर रहे हैं। मार्च कर रहे प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए हरियाणा की सभी सीमाओं पर भारी सुरक्षा तैनात है और नाकेबंदी की गई है।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने घोषणा की है कि किसान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के वास्ते कानून बनाने सहित अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए मंगलवार को दिल्ली कूच करेंगे।
हरियाणा पुलिस की प्रवक्ता एवं सहायक महानिरीक्षक मनीषा चौधरी ने कहा, ''राज्य के विभिन्न जिलों में कुल 114 कंपनियां तैनात की गई हैं। जिनमें से 64 कंपनियां अर्धसैनिक बलों की हैं और 50 कंपनियां हरियाणा पुलिस की हैं।
किसानों ने पटियाला के शंभू बॉर्डर, संगरूर के मूनक, मुक्तसर के डबवाली और मनसा के रतिया बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश करने की योजना बनाई है।
हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड्स, बोल्डर, रेत से भरे टिपर्स एवं कंटीले तारों और लोहे की कीलें लगाकर सभी चार प्रवेश बिंदुओं को सील कर दिया है। जिससे भारी ट्रैफिक जाम के साथ वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है।
किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर मध्य दिल्ली में भारी सुरक्षा बंदोबस्त
किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली में विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए सिंघू, गाज़ीपुर और टिकरी बॉर्डर पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मध्य दिल्ली में भारी सुरक्षा बंदोबस्त किये गये हैं, जिसमें दंगा-रोधी उपकरणों के साथ कर्मियों को रणनीतिक रूप से तैनात किया गया है और कई प्रमुख सड़कों तक आवाजाही को नियंत्रित रखने के लिए धातु और कांक्रीट के अवरोधक लगाए गए हैं, जिससे रोजाना आने जाने वाले लोगों को कठिनाई हो रही है।
क्षेत्र में महत्वपूर्ण भवनों के आसपास स्थित चुनिंदा मेट्रो स्टेशनों पर कुछ प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों के शहर में प्रवेश करने और संसद पहुंचने का प्रयास करने की स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था ‘प्लान बी’ का हिस्सा है।
संसद के सभी द्वारों पर अवरोधक और अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भी तैनात किया गया है। संसद के पास लगाए गए अवरोधकों पर कंटीले तार लगाए गए हैं।
लोक कल्याण मार्ग पर भी भारी सुरक्षा बंदोस्बत किए गए हैं जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आवास है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा के आवासों के आसपास भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
दिल्ली की तीन सीमाओं - सिंघू, टिकरी और गाजीपुर - को सील करने के अलावा, दिल्ली पुलिस ने संसद और दिल्ली के मध्य भाग की ओर जाने वाली विभिन्न सड़कों पर कई स्तरों पर अवरोधक लगाए हैं।
पूर्वी दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी के मध्य भाग से जोड़ने वाले विकास मार्ग पर भी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद हैं।
गाजीपुर से अक्षरधाम की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर क्रेन और भारी मशीनों की मदद से रास्तों को अवरुद्ध किया गया है।
पुलिस ने वाणिज्यिक या निजी वाहनों में दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों की पहचान करने के लिए वाहनों की जांच तेज कर दी है।
लाल किले की ओर जाने वाले बाहरी रिंग रोड पर भी बैरिकेड लगा दिये गये हैं क्योंकि पुलिस कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती। अपने पिछले विरोध प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारी किसानों का एक समूह 26 जनवरी, 2021 को गणतंत्र दिवस पर हंगामा करते हुए दिल्ली के मध्य भाग में घुस गया था।
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